दुर्ग 24 दिसंबर। शैक्षणिक सत्र 2024–25 के अंतर्गत चंदूलाल चंद्राकर शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, धमधा का वार्षिक खेल उत्सव 21 दिसंबर को प्राचार्य डॉ. उषा किरण अग्रवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर आयोजन को गरिमामयी बना दिया।
प्राचार्य डॉ. उषा किरण अग्रवाल ने उद्घाटन भाषण में विद्यार्थियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने और खेल भावना बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि डॉ. जी.डी.एस. बग्गा ने स्पर्धाओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों से अनुशासन और प्रतिस्पर्धा के साथ बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा की।
रोमांचक स्पर्धाओं का आयोजन
खेल उत्सव में विभिन्न एथलेटिक और इनडोर स्पर्धाएँ आयोजित की गईं, जिनमें 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर और 1500 मीटर दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, भाला फेंक, गोला फेंक और तवा फेंक शामिल थे। इसके अलावा बैडमिंटन और शतरंज की स्पर्धाएँ भी हुईं, जिन्होंने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।
इस वर्ष हेमिन ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए कुल 6 स्पर्धाओं में प्रथम स्थान हासिल किया और महाविद्यालय की तेज धाविका के रूप में अपनी पहचान बनाई। छात्र वर्ग में आशुतोष ने पांच स्पर्धाओं में स्थान प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
विजेताओं का सम्मान
स्पर्धाओं के समापन पर प्राचार्य और अन्य प्राध्यापकों द्वारा विजेताओं को प्रमाण पत्र और पदक देकर सम्मानित किया गया। खेलों के दौरान सभी प्रतिभागियों और दर्शकों को स्वल्पाहार की भी व्यवस्था की गई, जिसने आयोजन में और उत्साह भर दिया।
आयोजन की सफलता में योगदान
इस आयोजन को सफल बनाने में डॉ. जी.डी.एस. बग्गा, डॉ. ज्योति केरकेट्टा, डॉ. एस.के. मेश्राम और डॉ. दिव्या नेमा का विशेष योगदान रहा। उनकी मेहनत और प्रबंधन कौशल ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया। साथ ही विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं को संचालित करने में डॉ शशि ठाकुर, श्रीमती ऊषा कुर्रे, श्रीमती रश्मि मोहंती, डॉ शकीला बानो, श्री रूपेश वर्मा, डॉ रिंकू झामट, डॉ अर्चना बौद्ध, डॉ रजनी सोनवानी,राजेश पटेल, शबीना खान, डॉ हर्ष वर्मा, हर्ष अहीर, डॉ अशोक तिवारी, भूमिका यादव, डॉ किरणबाला दास, डॉ शारदा वर्मा,गायत्री वैष्णव, जितेंद झारिया प्राध्यापकों का योगदान रहा।
खेल भावना का संदेश देते हुए मयंक मार्टिन डीन ने कहा कि विजय होना खिलाड़ी को प्रेरित करता है , किन्तु अच्छी खेल भावना संपूर्ण खेल जगत की आधार होती है।
यह वार्षिक खेल उत्सव न केवल छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है, बल्कि उनमें खेल भावना, अनुशासन और प्रतिस्पर्धा की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने इस आयोजन को शानदार सफलता का प्रतीक बना दिया।