भिलाई नगर, 3 सितंबर। कल का दिन देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिख गया है क्योंकि इस दिन देश के पहले स्वदेशी रूप से निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को समर्पित किया। इस एयरक्राफ्ट कैरियर के निर्माण में लगने वाले विशेष डीएमआर ग्रेड के स्टील की आधे से अधिक सप्लाई भिलाई स्टील प्लांट ने की है। आईएनएस विक्रांत को देश को समर्पित करने की खुशी बीएसपी प्रबंधन ने भी मनाई और विशेष स्टील प्लेट्स का निर्माण करने वाली इकाई को इसके लिए विशेष तौर पर बधाई दी।
भिलाई स्टील प्लांट से मिली जानकारी के मुताबिक आईएनएस विक्रांत का निर्माण कोचीन शिपयार्ड में किया गया है। इस निर्माण में विशेष डीएमआर ग्रेड के प्लेट्स का उपयोग किया गया है। सेल ने नौ सेना की मदद से इसका निर्माण किया और 30 हजार टन इस्पात की आपूर्ति की, इसमें सबसे अधिक 17 हजार टन का उत्पादन भिलाई स्टील प्लांट ने किया है। डीएमआर ग्रेड प्लेट्स को सेल ने भारतीय नौसेना और डीएमआरएल के सहयोग से विकसित किया गया है।
गौरतलब हो कि इस युद्धपोत के पतवार और पोत के अंदरूनी हिस्सों के लिए ग्रेड 249ए और उड़ान डेक के लिए ग्रेड 249बी की डीएमआर प्लेटों का उपयोग किया गया है। इसके उत्पादन व आपूर्ति में भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बीएसपी के स्टील मेल्टिंग शॉप में इस्पात निर्माण से लेकर प्लेट मिल में इन प्लेटों की सफलतापूर्वक रोलिंग का काम किया गया। इसके साथ ही इन डीएमआर प्लेटों के गुणात्मक विश्लेषण व आंकलन कर उसका क्वालिटी टेस्ट भी किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में बीएसपी के अलग-अलग विभागों के अधिकारी कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। कल ईडी (वर्क्स) सभागार में समारोह का आयोजन किया गया जिसमें संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता एवं कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान आईएनएस विक्रांत के लोकार्पण और निर्माण से जुड़ी लघु फिल्में सभी को दिखाई गईं और इसके बाद आरसीएल के महाप्रबंधक आर सुधीर ने डीएमआर के निर्माण की चुनौतियों व इतिहास और भिलाई बिरादरी के प्रयासों को बताया।
आईएनएस विक्रांत के लिए बीएसपी द्वारा 17 हजार टन इस्पात की आपूर्ति, ईडी सभागार में कर्मियों ने बाँटी खुशियाँ