दुर्ग, 30 अप्रैल। जिला निषाद समाज एवं राष्ट्रीय समन्वय समिति के अनुरोध पर केरल की प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु माता अम्मा के नाम से जानने वाली अमृतानंदमयी की 25 स्टूडेंट जिसमें दक्षिण अफ्रीका, जिंबाब्वे के स्टूडेंट की टीम दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के ग्राम कोटनी एवं मोहलाई पिपरछेड़ी सरपंच तथा गांव के महिलाओं स्व-सहायता समूहों से मुलाकात कर विस्तृत चर्चा की। बिरेन्द्र कुमार निषाद ने बताया कि सभी स्टूडेंट 8 दिनों तक रिसर्च करेगी।
टीम का उद्देश्य यहां का वातावरण रोजगार जल संकट एग्रीकल्चर पर रिसर्च करना तथा महिलाओं को विभिन्न कौशलों एवं लघु उद्योगों में प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। मां अमृतानंदमयी के अमृतपुरी केरल स्थित मुख्यालय से संचालित यह संस्था विश्वभर में मानवीय सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में कार्यरत है। अमृता विश्व विद्यापीठम विश्वविद्यालय एवं अमृता विद्यालय स्कूल इसके प्रमुख शैक्षणिक संस्थान हैं। यह संगठन कर्म योग आधारित कार्यशैली को अपनाता है और इसे तीन हजार से अधिक निवासियों एवं हजारों स्वयंसेवकों का सहयोग प्राप्त है।
एम्ब्रेसिंग द वर्ल्ड के नाम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय इस संस्था से प्रतिदिन लाखों लोग माता अमृतानंदमयी के आशीर्वाद के लिए संपर्क करते हैं।