सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क 22 मई । राजनांदगांव से नागपुर की बीच ट्रेनें 160 की स्पीड से दौड़ेगी। दुर्ग से डोंगरगढ़ के बीच चौथी लाइन भी बिछेगी। इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही काम शुरू किए जाएंगे। वर्तमान में राजनांदगांव से नागपुर के बीच ट्रेनों की स्पीड 80 से 110 किमी प्रतिघंटे की है। रेलवे ने कुछ खंडों में ट्रैकों को दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। वहीं पटरी के दोनों ओर चिन्हित हिस्सों में फेसिंग की भी तैयारी की गई है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कुछ खंड में ट्रेनों को 160 किमी घंटे की रफ्तार से दौड़ाने के लिए ट्रैक को दुरुस्त कर लिया गया है। बता दें कि चौथी लाइन दुर्ग से डोंगरगढ़ तक बिछाई जानी है।
0 टेस्टिंग ने पकड़ी रफ्तार
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि दुर्ग से नागपुर के बीच तीसरी लाइन बिछाने का काम भी लगभग पूरा हो गया है। गोंदिया खंड में कुछ जगहों पर ही काम शेष है। अन्य हिस्सों में तीसरी लाइन का काम पूरा होने के बाद टेस्टिंग भी पूरी हो गई है। अधिकारियों ने 130 की स्पीड से ट्रेनों के चलने का भी दावा किया है। लेकिन वर्तमान में गाड़ियों के दबाव के चलते ट्रेन इस स्पीड में अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रही है।
0 यात्रियों को मिलेगी राहत
वर्तमान में राजनांदगांव-नागपुर रुट में ट्रेनों की स्पीड 80 से 110 किमी प्रति घंटे की है। इसके मुताबिक राजनांदगांव से नागपुर तक सफर करने के लिए तीन से साढ़े तीन घंटे का समय लगता है। लेकिन जब ट्रेनें 160 की गति से दौड़ेगी तो सफर डेढ़ घंटे में ही पूरी हो जाएगा। इससे यात्रियों को काफी लाभ मिलेगा। वर्तमान में ट्रेनों की टाइमिंग पटरी से उतर गई है। यात्री ज्यादातर यात्री ट्रेनें डेढ़ से दो घंटे विलंब से चल रही है। जिसके चलते यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशान होना पड़ रहा है।
बिलासपुर से झारसुगुड़ा के मध्य 206 किमी चौथी लाइन का निर्माण लगभग 2100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत अब तक ब्रजराजनगर-लजकुरा, चांपा-सारागांव, लजकुरा-बेलपहाड़, झाराडीह-खरसियां-राबर्ट्सन, हिमगीर-बेलपहाड़, ब्रजराजनगर-झारसुगुड़ा, गतौरा-जयरामनगर-लटिया एवं जामगा-हिमगिर स्टेशनों के मध्य लगभग 100 किलोमीटर से अधिक चौथी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। राजनांदगांव से कलमना, नागपुर के मध्य 228 किमी तीसरी लाइन का निर्माण लगभग 3544 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत राजनांदगांव-पनियाजोब, बोरतलाव-दारेकसा एवं गंगझरी-सालवा स्टेशनों के मध्य 140 किमी तीसरी रेल लाइन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है।