विश्व फोटोग्राफी डे 19 अगस्त पर विशेष आलेख 181 वर्ष पुराना इतिहास

विश्व फोटोग्राफी डे 19 अगस्त पर विशेष आलेख 181 वर्ष पुराना इतिहास


विश्व फोटोग्राफी डे 19 अगस्त पर विशेष आलेख 181 वर्ष पुराना इतिहास

भिलाई, 19 अगस्त । हर साल 19 अगस्त को पूरी दुनिया में वर्ल्ड फोटोग्राफी डे “फोटोग्राफी दिवस” मनाया जाता है। यह दिन उन लोगों को समर्पित होता है जिन्होंने खास पलों को तस्वीरों में कैद कर हमेशा-हमेशा के लिए याद सुनहरा पल बना दिया है। जब लोगों के पास कैमरा तक नहीं होता था, खासकर ग्रामीण इलाकों में लोग फोटो खींच आने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलकर फोटो स्टूडियो में जाते थे और अपनी तस्वीर खींचना चाहते थे। लेकिन आज हर इंसान के पास तो कैमरा है या कैमरा वाला मोबाइल है। जिसे आसानी से लोग आराम से कहीं भी तस्वीरें ले सकते हैं और उसे अपने पास सुरक्षित पर रख सकते हैं।

प्रशांत कुमार क्षीरसागर ने बताया दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जो फोटोग्राफी के शौकीन है फोटोग्राफी में अपना कैरियर चुन लिया है। खास तौर पर ऐसे लोगों ने दुनिया भर की फोटो दिवस का इतिहास फोटोग्राफर को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल यह दिवस मनाया जाता है। सुंदरता सभी चीजों में देखी जा सकती है। सौंदर्य को देखना और रचना करना आपकी उस कल्पनाशीलता को दिखाता है । जिसे आप तस्वीर में कैद करते हैं जब लोग आपसे पूछे कि किसी की तस्वीर उतारने खींचने को आप कौन सा उपकरण प्रयोग करते हैं तो जवाब दे अपनी आंखें।

फोटोग्राफी दिवस का इतिहास और मनाने की कहानी

फोटोग्राफी डे मनाने के पीछे की कहानी है कि सैकड़ों साल पुरानी है। करीब 181 साल पहले साल पहले घटी एक घटना के बाद यह विश्व फोटोग्राफी डे मनाया जाता है। इसकी शुरुआत फ्रांस में 19 अगस्त 1839 से शुरू हुई थी। उस वक्त डांगुरु टाइप प्रक्रिया के तहत घोषणा की गई थी। दुनिया ने पहली बार फोटोग्राफी की प्रक्रिया को अविष्कार माना गया था। फ्रांस के जो सेफ नाइस फोर और लुइस डांगर ने किया था। फ्रांस की सरकार ने इस अविष्कार की घोषणा की थी और इस पेटेंट का अधिकार प्राप्त किया था। इसी दिन की याद में वर्ल्ड फोटोग्राफी डे यानी विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाए जाता है। 1839 में ली गई थी दुनिया की पहली सेल्फी अमेरिका के फोटोग्राफर प्रेमी रोबोट कार्नेलियस ऐसे शख्स थे जिन्होंने दुनिया के सामने पहली सेल्फी क्लिक की थी। हालांकि उस समय ये नई पता था कि ऐसा फोटो क्लिक भविष्य में सेल्फी के रूप में जाना जाएगा। भविष्य को सेल्फी के रूप में जाना जाएगा। यह तस्वीर आज भी यूनाइटेड स्टेट लाइब्रेरी आप कांग्रेस के प्रिंट में उपलब्ध है। 19 अगस्त 2010 पहली वैश्विक ऑनलाइन गैलरी ढाई सौ 250 प्रोफेशनल फोटोग्राफर के लिए ऐतिहासिकता दिन और पल था भले यह ऑनलाइन गैलरी थी। इस दिन 250 से ज्यादा फोटोग्राफर ने तस्वीरों के माध्यम से अपने विचारों को साझा किया था और 100 से अधिक देशों ने वेबसाइट में देखा था।

विश्व फोटोग्राफी दिवस का महत्व जागरूकता पैदा करना विचारों को साझा करना फोटोग्राफी क्षेत्र में लोगो को आने के लिए प्रोत्साहित करना यह दिन न केवल उस व्यक्ति को याद करता है जिसने इस क्षेत्र में योगदान दिया है बल्कि भविष्य की पीढ़ी को अपना कौशल प्रतिभा दिखाने के लिए प्रेरित भी करता है। विश्व फोटोग्राफी दिवस पर बुधवार को एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। फोटो के द्वारा अपनी विचार साझा किए गए। इस अवसर पर बधाई देने वाले में समाजसेवी फोटोग्राफर प्रशांत कुमार क्षीरसागर, संतोष पाराशर, एसडी बर्मन, अनूप नायक, एन के वर्मा, पी ईश्वर राव, संजय ढोल, राजेश क्षीरसागर विश्व फोटोग्राफी दिवस पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।