दुर्ग 14 दिसंबर । स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2024 के हार्डवेयर एडिशन, जिसकी मेजबानी बीआईटी दुर्ग कर रहा है। देशभर की टीमें वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान तैयार कर रही हैं। एसआरएम इस्वरी इंजीनियरिंग कॉलेज, चेन्नई की टीम ड्रोन कमांडर्स ने मेडिकल आपातकाल और खोज-बचाव अभियानों में मदद के लिए डिज़ाइन किए गए अपने नवाचारी ड्रोन-आधारित सिस्टम से सभी को प्रभावित किया। यह टीम का एसआईएच में पहला अनुभव था, और उन्होंने इस आयोजन को अपनी आंखें खोलने वाला बताया, जिसने उन्हें तकनीक के माध्यम से समाज की ज्वलंत समस्याओं का समाधान करने का अनमोल अवसर प्रदान किया।
वहीं, टीम मेचा वेफर्स आईआईआईटी कल्याणी से, ने मोबिलिटी असिस्टेंस के लिए एक परिवर्तनकारी समाधान प्रस्तुत किया। उनके द्वारा तैयार किया गया पहनने योग्य डिवाइस विकलांग व्यक्तियों को कार को आसानी से और प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में सक्षम बनाता है, जो वर्तमान में महंगे वाहनों का एक किफायती विकल्प प्रदान करता है। टीम ने बताया कि उनका यह नवाचार विशेष रूप से उन क्षेत्रों में पहुंच योग्य तकनीकों की खाई को पाट सकता है, जहां उच्च लागत के कारण ये तकनीकें अभी भी आम जनता की पहुंच से दूर हैं।
इन युवा नवप्रवर्तकों द्वारा प्रदर्शित ऊर्जा और संकल्प एसआईएच की भावना को दर्शाता है, जहां व्यावहारिक समस्या समाधान रचनात्मकता से मिलता है। बीआईटी दुर्ग विचारों का केंद्र बन गया है, जो इन टीमों को सहयोग और नवाचार के लिए प्रेरित कर रहा है, ताकि वे ऐसे समाधान तैयार कर सकें जो वास्तविक प्रभाव डाल सकें। प्रत्येक परियोजना महत्वपूर्ण चुनौतियों को संबोधित करती है, और यह आयोजन यह दिखाता है कि भारत के सबसे उज्ज्वल दिमाग एक स्मार्ट और अधिक समावेशी भविष्य को आकार दे रहे हैं, अवधारणाओं को प्रभावशाली वास्तविकताओं में बदल रहे हैं। स्मार्ट इंडिया हैकथॉन नवाचार, महत्वाकांक्षा और प्रगति के मंच के रूप में अपनी पहचान को और मजबूत करता जा रहा है।