सीजी न्यूज आनलाईन 12 जनवरी। एक बेटे की मां के अंतिम संस्कार के लिए ऐसी जद्दोजेहद देख हर व्यक्ति व्यवस्था को कोसता रहा और रोते गिड़गिडा़ते इस बेटे पर तरस खाता रहा।
जी हाँ, मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला उत्तर प्रदेश सामने आया। कानपुर में एक युवक अपनी मां के अंतिम संस्कार के गिरे हुए पैसों को वापस पाने के लिए घंटों गुहार लगाता रहा। काफी मशक्कत के बाद एक पार्षद के हस्तक्षेप के बाद उसे रूपये वापस मिले हैं।
लड़का रोते रहा, मिन्नतें करता रहा, आकाश नाम के इस बेटे के गिड़गिडा़ते हुए रुकने का नाम नहीं ले रहे थे, वह कहा रहा “सर, वो मेरी मां के अंतिम संस्कार के पैसे हैं, मुझे लौटा दीजिए, मैं सच कह रहा हूं।”
लेकिन उसकी बातों पर कोई भी यकीन करने को तैयार नहीं था। कांशीराम अस्पताल के बाहर गाड़ी में पड़ी उसकी मां का शव दिखा कर वह स्टाफ को बताता रहा कि यह मेरे ही रुपए हैं जो काउंटर पर छूट गए थे, इन पैसों से ही मां का अंतिम संस्कार करना है लेकिन उसकी इन बातों को सुनकर भी किसी का दिल नहीं पसीजा।
लगभग डेढ़ घंटे तक यह सब चलता रहा और उसके बाद रुपयों को पुलिस के पास भेज दिया गया। वहां पुलिस के सामने भी आकाश रोता रहा। तकरीबन पौने दो घंटे के बाद पार्षद के पति के हस्तक्षेप बाद उसे पैसा वापस मिला और वह मां का अंतिम संस्कार कर पाया।
गाड़ी में मां का शव देख बेसुध हो गया था बेटा
आपको बता दें कि मान्यवर कांशीराम अस्पताल में मंगलवार की सुबह तकरीबन साढ़े ग्यारह बजे चकेरी के टटिया झनाका निवासी पेंटर आकाश अपनी 45 वर्षीय मां विजया को भर्ती करवाने पहुंचा था हालांकि इलाज के दौरान मां की तबियत बिगड़ी और उसका देहांत हो गया। वह पर्चा बनाकर लौटा ही था कि गाड़ी में शव देख बेसुध हो गया। इसी बीच उसे पता लगा कि जेब में रखे 13 हजार रुपए कहीं गिर गए हैं। इस बीच काउंटर के पास पन्नी में लिपटे रुपए मिलने पर जाजमऊ निवासी जीनत ने उसे उठाकर स्टाफ के पास जमा करवा दिया। स्टाफ ने पैसों को सीएमएस डॉ. स्वदेश गुप्ता को सौंप दिया। इधर आकाश जब पैसे वापसी के लिए गिड़गिड़ाने लगा तो किसी को भी यकीन ही नहीं हुआ। सीएमएस ने इन रूपयों को चकेरी थाने भिजवा दिया। मामले की सूचना मिलने के बाद गांधीधाम वार्ड के पार्षद के पति मनोज यादव भी वहां पहुंचे। उन्होंने पुलिसवालों से बातचीत की और उसके बाद आकाश का रूपये वापस किया गया। इस बीच पुलिस से तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। पैसे मिलने के बाद ही मां का अंतिम संस्कार हुआ। आकाश ने बताया कि उसके पिता ड्राइवर हैं। अगर यह पैसे नहीं मिलते तो वह मां का अंतिम संस्कार कैसे करता?
सर वो मेरी मां के अंतिम संस्कार के पैसे हैं, प्लीज लौटा दीजिए” 🔶 गाड़ी में लाश छोड़ घंटों गिड़गिड़ाता रहा बेटा, 🔵 मानवता को शर्मसार करने वाली दर्दनाक वारदात