ऑनलाइन एक्जाम सेंटर देने के नाम पर शैल देवी कॉलेज के अध्यक्ष से 12 लाख की ठगी

ऑनलाइन एक्जाम सेंटर देने के नाम पर शैल देवी कॉलेज के अध्यक्ष से 12 लाख की ठगी


भिलाई नगर 06 जुलाई। शैल देवी महाविद्यालय के अध्यक्ष से ऑनलाइन एक्जाम सेंटर दिलाने के नाम पर 12 लाख 39 हज़ार रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। भिलाई नगर पुलिस के द्वारा आरोपी वेदांत कपूर के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।

भिलाई नगर पुलिस ने बताया कि राजन कुमार दुबे उम्र-53 वर्ष, निवासी ए/16, चन्द्रविहार आशीष नगर (पश्चिम) रिसाली, भिलाई, में रहते हैं। शैलदेवी महाविद्यालय, जजगीरी रोड, ग्राम अण्डा, दुर्ग के अध्यक्ष हैं। शैलदेवी महाविद्यालय का सिटी ऑफिस राजन्स कैरियर प्रा. लि. गायत्री मंदिर सेक्टर-6. भिलाई, में है। 12 अप्रैल 2025 दोपहर एचसीएल एक्जामिनेशन सेंटर से वेदांत कपुर के द्वारा ऑनलाइन एक्जाम सेंटर के लिये शैलदेवी महाविद्यालय को एप्लीकेशन फार्म ई-मेल के द्वारा भेजा गया था। इसमें ऑनलाइन एक्जाम सेंटर के बारे में विवरण दिया गया था। जिसके लिये महाविद्यालय के द्वारा ‘ए ग्रेड सेंटर के लिये फॉर्म भरके 15 अप्रैल 2025 को एचसीएल एक्जाम सेंटर को भेजा गया था एवं इस ई-मेल से महाविद्यालय से संबंधित दस्तावेज भेजे गए थे। 17 अप्रैल को आर के नायर के द्वारा डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के संबंधित मेल भेजा गया, जिसमें 18 अप्रैल को एचसीएल एक्जामिनेशन सेंटर के एचओडी आर के नायर के द्वारा परिसर के निरीक्षण के लिये महाविद्यालय के पते से संबंधित विवरण की जानकारी मेल के द्वारा मागी गई। जिसकी जानकारी महाविद्यालय के द्वारा मेल के माध्यम से दी गई थी। इस संदर्भ में एचसीएल एक्जामिनेशन सेंटर के द्वारा मनोनित सदस्य के द्वारा निरीक्षण किया गया एवं ईमेल के द्वारा अनुमोदित कर रिपोर्ट भेजा गया। 12 अप्रैल से 14 जून तक एचसीएल एक्जामिनेशन सेंटर द्वारा अलग-अलग मद मे 1239483 रुपए का भुगतान किया गया । इस सबंध में शैलदेवी महाविद्यालय के द्वारा एचसीएल एग्जामीनेशन सेंटर के वेदात कपुर नामक व्यक्ति से 12 अप्रैल 2025 से 14 जून 2025 तक लगातार सपर्क तथा वार्तालाप हो रही थी। 15 जून 2025 के बाद से यह नंबर लगातार बंद आ रहा है एवं किसी भी ई-मेल आईडी से कोई भी जवाब नहीं आ रहा है। शैल देवी महाविद्यालय के अध्यक्ष राजन कुमार दुबे की शिकायत पर से वेदांत कपुर के विरुद्ध प्रथम दृष्टया अपराध धारा सदर 318(4) बीएनएस.पाए जाने पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।