🛑 4 मैनेजर, 4 पर्यवेक्षक और एक बाबू बर्खास्त, हो सकती है FIR
सीजी न्यूज आनलाईन, 18 जनवरी। जिला सहकारी बैंक के 16 समितियों में पदस्थापना के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों ने 4 करोड़ 87 लाख 11 हजार से अधिक रूपये के घोटाले को अंजाम दिया है। वर्ष 2016 से 2023 तक इस बड़े घोटाले की शिकायत के बाद जांच शुरू कर रिपोर्ट बैंक के स्टाफ उप समिति को सौंपे जाने पर फिलहाल 9 लोगों पर गाज गिरी है। जल्द इस मामले में अपराध पंजीबद्ध करने की भी तैयारी है।
आपको बता दें कि बेमेतरा में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के विभिन्न शाखाओं में पदस्थ समिति प्रबंधक सहित नौ लोगों को बर्खास्त कर दिया गया है। इन लोगों पर आर्थिक अनियमितता का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के अंतर्गत आने वाले बेमेतरा जिले की विभिन्न शाखाओं में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारियों ने 2016 से 2023 के बीच लगभग 5 करोड़़ के घोटाले को अंजाम दिया है। इस गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद विभागीय जांच कराई गई और गड़बड़ी सही पाए जाने के बाद इन सभी अधिकारी कर्मचारियों को गड़बड़ी की राशि जमा करने के लिए मौका भी दिया गया लेकिन इसके बाद भी इन कर्मचारियों ने राशि जमा नहीं की।
इस घोटाले की शिकायत की गठित टीम ने बैंक के स्टाफ उप समिति के समक्ष 20 दिसंबर 2024 को जांच रिपोर्ट सौंपी जिसके आधार पर अधिकारियों और कर्मचारियों को बैंक कर्मचारी सेवा नियम 57(1) (द) के तहत सेवा मुक्त कर दिया गया है। अब तक हुई कार्रवाई में जिले के चार समिति प्रबंधक, चार पर्यवेक्षक और एक लिपिक से राशि वसूलने के प्रयास होते रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार समिति प्रबंधक शेषनारायण चौधरी पर नवागढ़ और अंधियार खोर में पदस्थापना के दौरान 1 करोड़ 77 लाख 47 हजार 278 रुपये, श्याम सुंदर कश्यप समिति प्रबंधक मारो और गुंजेरा में पदस्थापना के दौरान 92 लाख 90 हजार 903 रुपये, रामजी खंडे नवागढ़ बालसमंद से संबद्ध समिति संबलपुर में पदस्थापना के दौरान 9 लाख 92 हजार 961 और राम जोशी पर रनबोर्ड प्रतापपुर समिति में पदस्थ के दौरान 25 लाख रुपये की गड़बड़ी का आरोप है। उक्त समिति प्रबंधकों के आलावा पर्यवेक्षक हीराधार मैत्री पर थान खमरिया और खैरझिटी में पदस्थापना के दौरान 87 लाख 63 हजार 843 रुपये, दीनबंधु पटेल साजा और हॉटरांका में 48 लाख 71 हजार 22 रुपये, सतीश यादव पर साजा और केवतरा में पदस्थापना के दौरान 18 लाख 26 हजार 929 रुपये की गड़बड़ी का आरोप है। इसके आलावा लिपिक राजाराम वर्मा ने नवागढ़ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के शाखा में पदस्थापना के दौरान चेक क्लीयरिंग नहीं होने के बाद भी 5 लाख 68 हजार 513 रुपये और मारो में 18 लाख 85 हजार 903 रुपये की गड़बड़ी की थी।
खबर यह भी है कि जिला सहकारी बैंक के स्टाफ उप समिति की ओर से आर्थिक अनियमितता करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ-साथ राशि वसूलने की भी अनुशंसा की गई है।