🔵 तमिलनाडू सरकार को 500 पन्नों की मिली जांच रिपोर्ट से हुआ खुलासा
🔵 जयललिता की मौत के क्राईम इंवेस्टिगेशन की सिफारिश
तमिलनाडु, 18 अक्टूबर। छः वर्ष पहले पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के मौत मामले में जांच की रिपोर्ट को पब्लिक कर दिया गया है। इस रिपोर्ट में उनकी सहयोगी शशिकला उर्फ चिन्नमा, एक सीनियर अधिकारी और डॉक्टरों को दोषी बताया गया है। वर्ष 2016 में जयललिता की मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया था जबकि जांच रिपोर्ट में इस मामले की क्राईम इंवेस्टिगेशन की सिफारिश की गयी है।
गौरतलब हो कि जयललिता की मौत मामले की जांच के लिए रिटायर जज ए अरुमुघ सामी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। समिति ने 500 पन्नों की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जयललिता और शशिकला के बीच अच्छे संबंध नहीं थे। उनकी मौत की डिटेल इन्वेस्टिगेशन कराई जाए और नेचुरल डेथ की बजाय इसे क्राइम मानकर जांच कराने कहा गया है।
ज्ञात हो कि 5 दिसंबर 2016 को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में जयललिता का निधन हो गया था। वे करीब 2 महीने तक अस्पताल में भर्ती थीं, उस वक्त वे मुख्यमंत्री पद पर थीं। उनके निधन के बाद मेडिकल बुलेटिन में मौत की वजह दिल का दौरा बताया गया था। इसके बाद पन्नीर सेल्वम के नेतृत्व में जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके के कई नेताओं ने उनके निधन को लेकर सवाल उठाया था। नेताओं का कहना था कि उनकी सहयोगी शशिकला और उनके परिवार के सदस्यों ने इस मामले में काफी कुछ छिपाया है। इसके बाद पल्लानी स्वामी की सरकार ने जांच बैठाई थी।
बता दें कि वर्ष 1991 में जयललिता पहली बार जब मुख्यमंत्री बनीं तब शशिकला उनके करीब आईं। शशिकला इससे पहले वीडियोग्राफी का काम करती थीं। दोनों की जोड़ी तमिल पॉलिटिक्स में इतनी फेमस हुई कि लोग जयललिता को अम्मा और शशिकला को चिन्नमा कहने लगे थे। अब राज्य सरकार को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में शशिकला के ऊपर जांच व क्राईम इंवेस्टिगेशन की तलवार लपकी हुई है। वर्ष 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में 4 वर्ष की सजा सुनाई थी।