भिलाई दुर्ग में पूर्व मंत्री के करीबी उद्योगपति, कारोबारी, बिल्डर व्यवसायी के ठिकानों पर रेड

भिलाई दुर्ग में पूर्व मंत्री के करीबी उद्योगपति, कारोबारी, बिल्डर व्यवसायी के ठिकानों पर रेड


भिलाई नगर 20 मई। शराब घोटाले से जुड़े एवं पूर्व मंत्री लखमा के करीबी उद्योगपति कारोबारी बिल्डर एवं व्यवसायी के दुर्ग भिलाई स्थित घरों एवं ठिकानों पर आज सुबह से ही एसीबी एवं ईओडब्ल्यू की कार्यवाही जारी है।

शराब घोटाले से जुड़े एवं पूर्व मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के घरों एवं ठिकानों में दबिश देने के लिए ACB (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) और EOW (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) की कई टीमें सुबह 4 बजे से ही भिलाई और दुर्ग में सक्रिय हो गईं। इन टीमों ने लखमा के करीबी लोगों के घरों और ठिकानों पर दबिश दी। यह कार्रवाई शराब घोटाले से संबंधित भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं की जांच के तहत की जा रही है।

जिसमें हाउसिंग बोर्ड स्थित आम्रपाली सोसाइटी में उद्योगपति अशोक अग्रवाल के निवास बी- 29 में एसीबी की टीम पहुंची। टीम के साथ महिला स्टाफ भी सम्मिलित थी।

अशोक अग्रवाल के कई कारोबार

सूत्रों के मुताबिक उद्योगपति अशोक अग्रवाल के कई प्रकार के कारोबार है। जिसमें लाइट इंडस्ट्रियल एरिया छावनी भिलाई स्थित साई लीला धर्म कांटा एवं साई लीला वायर ड्राइंग कंपनी है। इस कंपनी में पतले तारों का उत्पादन किया जाता है । इसके अलावा छावनी में ही अशोक अग्रवाल का बेवरेज का कारोबार है।

इन उद्योगपतियों और कारोबारी के ठिकानों पर पड़ी रेड

इसके अलावा भिलाई में ही नेहरू नगर में विनय अग्रवाल, स्पर्श हॉस्पिटल के डायरेक्टर संजय गोयल, उद्योगपति विशाल केजरीवाल के खुर्सीपार स्थित आवास में, सरकारी ठेकेदार अमर बिल्डर्स के मालिक चतुर्भुज राठी के ठिकानों पर कार्रवाई जारी.
दुर्ग के शनिचरी बाजार में बिल्डर्स विश्वजीत गुप्ता के निवास पर भी ACB / EOW की टीम पहुंची है। हालांकि एसीबी ईओडब्ल्यू की ओर से इस रेड के संबंध में जानकारी अभी तक नहीं दी गई है।

तीन दिन पहले भी हुई थी कार्यवाही

आबकारी मामले में 17 में को तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा नजदीकी लोगों, मित्रों, साझेदारों के पास अवैध धन को सुरक्षित रखे जाने तथा उसके निवेश करने की जानकारी प्राप्त होने से ब्यूरो की 13 टीमों द्वारा जिला रायपुर, जगदलपुर, अम्बिकापुर, दंतेवाड़ा एवं सुकमा में, कुल 13 विभिन्न स्थानों पर रेड की कार्यवाही की गई।

कार्यवाही में संदेहियों के निवास स्थानों एवं अन्य जगहों से प्रकरण के संबंध में महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाईल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक एकाउंट एवं जमीनों में निवेश से संबंधित दस्तावेज प्राप्त हुए हैं तथा 19 लाख रूपये कैश भी प्राप्त हुआ है।