पुतिन से बोले PM मोदी, मानवता की पुकार है यूक्रेन से जंग रोकना; क्या बोला रूस

पुतिन से बोले PM मोदी, मानवता की पुकार है यूक्रेन से जंग रोकना; क्या बोला रूस


पुतिन से बोले PM मोदी, मानवता की पुकार है यूक्रेन से जंग रोकना; क्या बोला रूस


सीजी न्यूज ऑनलाइन 1 सितंबर। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपसे मिलना यादगार रहता है। इसके अलावा कई मसलों पर हम बातचीत करते हैं। सितंबर में हमारी आपसी मीटिंग का 140 करोड़ भारतीय इंतजार कर रहे हैं। हमारा करीबी सहयोग ना केवल दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक शांति के लिए हमारा सहयोग जरूरी है।

शंघाई सहयोग संगठन से इतर पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की द्विपक्षीय मुलाकात हुई है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस कठिन वक्त में भी एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति के लिए हमारा सहयोग जरूरी है। पीएम मोदी ने यूक्रेन के साथ जारी रूस के संघर्ष पर भी बात की और कहा कि इस जंग को रोकना मानवता की पुकार है। वहीं व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मुझे नरेंद्र मोदी से मिलकर अच्छा लगा है। हमारे रिश्ते हमेशा से मजबूत रहे हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन से मिलना हमेशा यादगार रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और रूस हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपसे मिलना यादगार रहता है। इसके अलावा कई मसलों पर हम बातचीत करते हैं। सितंबर में हमारी आपसी मीटिंग का 140 करोड़ भारतीय इंतजार कर रहे हैं। हमारा करीबी सहयोग ना केवल दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं। यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को लेकर हम लगातार चर्चा करते रहे हैं। हम आशा करते हैं कि सभी पक्ष रचनात्मक चर्चा करेंगे और उसे खत्म करने के लिए आगे बढ़ेंगे। यह पूरी मानवता की पुकार है कि यूक्रेन में चल रहा संघर्ष खत्म हो जाए।

बता दें कि SCO समिट में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में आतंकवाद पर भी खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि कुछ देश खुलकर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और हम उस पर आंखें बंद नहीं कर सकते। यही नहीं पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर SCO समिट के साझा घोषणा पत्र में भी पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया गया है और उसकी तीखी निंदा की गई है। SCO समिट में पहले कभी पाकिस्तान प्रायोजित हमले की इस तरह निंदा नहीं की गई। ऐसे में प्रस्ताव में उसे शामिल किया जाना, भारत के लिए महत्वपूर्ण है।