दुर्ग के एक और रायपुर के सात कोरोना संक्रमित प्रशासन की निगरानी में

<em>दुर्ग के एक और रायपुर के सात कोरोना संक्रमित प्रशासन की निगरानी में</em>



🟫 अधिकारियों को अलर्ट रहने स्वास्थ्य मंत्री का निर्देश
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 27 दिसंबर। दुर्ग में 1 और रायपुर में कोरोना के 7 सक्रिय मरीज हैं जिनकी प्रशासन लगातार निगरानी रखे हुए है। प्रदेश में कोविड के आगामी संकट को भांपकर इस पर काम शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से इसकी जानकारी जारी की गई है। नए वेरिएंट को ध्यान में रखकर जिले के कलेक्टर गाइडलाइन जारी कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को अलर्ट मोड पर रहने कहा है। अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से छत्तीसगढ़ आने वालों की सूची स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एकत्रित की जा रही है। उनकी ट्रैवल हिस्ट्री और स्वास्थ्यगत परेशानियों की जांच की जा रही है। टेस्टिंग संख्या बढ़ाने के लिए शासन ने आरटी-पीसीआर और एंटीजन की 2 लाख अतिरिक्त किट खरीदी का निर्णय लिया है। अब रोजाना 5 हजार टेस्ट का लक्ष्य होगा।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ग्लोबल लेवल पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहते हुए कोरोना की जांच, इलाज, इससे बचाव और नियंत्रण के लिए सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने कहा है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर ने बैठक में भारत सरकार के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमितों के सैंपल्स को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टेस्टिंग के लिए आरटीपीसीआर, ट्रूनॉट और एंटीजन किट की उपलब्धता और जरूरी दवाइयों एवं अन्य कन्ज्युमेबल्स की वर्तमान स्थिति की जानकारी भी ली है। सभी जिलों को वेंटिलेटर्स, मॉनिटर्स, आईसीयू और ऑक्सीजन की व्यवस्था की वास्तविक स्थिति से अवगत कराने के साथ ही मॉक ड्रिल करने कहा गया है।
वहीं पिछले बुधवार रायपुर में दो नए मरीजों की पुष्टि हुई थी। चीन, जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ब्राजील जैसे देशों में कोरोना के मामलों के बढ़ने से सरकार अलर्ट है। अब इन नए मिले मरीजों के नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी ताकि वायरस के वेरिएंट का पता लगाया जा सके। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि पहली बार देश में कोरोना संक्रमण विदेश से ही आया था। इस बार भी कई देशों में संक्रमण चिंताजनक रफ्तार से बढ़ रहा है। ऐसे में विदेश से आने वालों पर नजर रखना होगा हांलाकि आज के हालात पिछली बार की तुलना में बेहतर है। पहले हम ऐसी स्थिति के लिए तैयार नहीं थे, कोई अनुभव भी नहीं था। आज हमारे पास सुविधाएं ज्यादा हैं, मेडिकल स्टाफ भी प्रशिक्षित है।