सरपंच के जमीन से बेदखल करने की शिकायत को लेकर भूमिहीन गरीब किसान पहुंचे और घेर दिया कृषि मंत्री का बंगला, पुलिस ने खदेड़ा

सरपंच के जमीन से बेदखल करने की शिकायत को लेकर भूमिहीन गरीब किसान पहुंचे और घेर दिया कृषि मंत्री का बंगला, पुलिस ने खदेड़ा


सरपंच के जमीन से बेदखल करने की शिकायत को लेकर भूमिहीन गरीब किसान पहुंचे और घेर दिया कृषि मंत्री का बंगला, पुलिस ने खदेड़ा 

रायपुर, 5  अगस्त। रायपुर के सिविल स्थित कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के बंगले के बाहर आज सैकड़ों किसान अभनपुर सोनसिली गांव से उप सरपंच द्वारा किसानों को उनकी जमीन से बेदखल करने और उप सरपंच के दादागिरी की शिकायत को लेकर पहुंचे और मंत्री बंगले के सामने धरना दिया। पुलिस ने मंत्री बगले के सामने पहुंचे किसानों को बुढ़ा तालाब धरना स्थल में जाने के लिए रवाना किया। धरना स्थल जाने के लिए बस भी मंगवाई लेकिन किसान पैदल ही धरना स्थल के लिए निकल पड़े। अभनपुर के सोनेसिल्ली गाँव के किसानों का कहना है कि 1970 में पंचायत की तरफ से खेती करने के लिए 50 से ज्यादा परिवारों को 106 एकड़ जमीन दी गई थी, वही 50 साल बाद किसानों से ये ज़मीन छीनी जा रही है जिससे वो सड़क पर आ गए हैं। किसानो ने बताया कि मामले में कांग्रेस के स्थानीय वरिष्ठ विधायक की मिलीभगत है। वे सभी 50 साल से सोनसिली में कास्तकारी करते आ रहे हैं। कृषक सहकारी समिति ग्राम पंचायत सोनेसिली के 50 परिवारों को उप सरपंच द्वारा उनके जमीन से बेदखल करने व बोई हुई धान फसल को मवेशी द्वारा चराई कराने से मना करने पर, आज सभी पीड़ित परिवार कृषि मंत्री के दरवाजे पर दस्तक दे दिए हैं।

गौरतलब है कि 24 जुलाई को ये परिवार बच्चों सहित पदयात्रा कर राजधानी रायपुर कलेक्टर से मिलने निकले हुए थे जिन्हें अभनपुर एसडीएम निर्भय साहू ने वनोपज जांच नाका कमल विहार के पास मानाबस्ती में रोक लिया था। बता दें कि सरपंच ने बेदखली आदेश पर स्थगन आदेश जारी किया था जिससे संतुष्ट होकर ये परिवार वापस अपने घर लौट गए थे लेकिन 4 अगस्त को एसडीएम ने स्थगन आदेश रद्द कर दिया है। जिससे अब जीवन जीविका के सवाल को लेकर सुबह पांच बजे से ही कृषि मंत्री के निवास पर किसान पहुंचे हैं और पुलिस की मनाही के बाद बूढा तालाब की ओर निकल पडे़  हैं।