मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट की घोषणा पर डोम शेड का अवैध निर्माण चर्चा में, विद्युत सब-स्टेशन की जगह पर डोम शेड रोकने पहुंची बीएसपी टीम के खिलाफ एफआईआर के लिए अडे़ लोग

<em>मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट की घोषणा पर डोम शेड का अवैध निर्माण चर्चा में, विद्युत सब-स्टेशन की जगह पर डोम शेड रोकने पहुंची बीएसपी टीम के खिलाफ एफआईआर के लिए अडे़ लोग</em>



भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 हॉस्पिटल की जिस जमीन पर विवाद हो रहा है। उसी स्थान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का निर्देश दिया है और इसी स्थान पर विद्युत सब स्टेशन का भी निर्माण किया जाना है। अस्पताल के मरीजों को मिलने वाली दोनों सौगात से पहले ही इस पर कब्जा हो गया है। बीएसपी की टीम ने कब्जा रोका लेकिन कोई असर नहीं हुआ। धड़ल्ले से युद्धस्तर पर डोम शेड निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसको लेकर निगम प्रशासन पर भी सवाल उठा दिया गया है क्योंकि आज जब निर्माण कार्य रोकने बीएसपी टीम दल बल के साथ पहुंची तो मंदिर में मौजूद भक्त और पुजारी इसका विरोध करने लगे। समझाईश के दौरान ही दोनों पक्षों में झूमाझटकी और मारपीट तक हो गई।
बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन और ट्रेड यूनियन के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सीएम भूपेश बघेल के प्रोजेक्ट पर ही लोग कब्जा कर रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए भिलाई निगम को सक्रियता दिखानी थी लेकिन वह खामोश बैठा है और अवांछनीय तत्व धड़ल्ले से खुलेआम अवैध निर्माण कर रहे हैं। स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया सेफी के चेयरमैन व बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एनके बंछोर ने कहा कि छत्तीसगढ़ पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड द्वारा विवादित स्थान पर प्लांट बनाने का निर्देश दिया गया है। इसी स्थान के बगल में इलेक्ट्रिसिटी सब स्टेशन भी बनाने का प्रस्ताव है। अस्पताल की जरूरतों को देखते हुए यह दोनों चीजों का होना अति आवश्यक है।
गौरतलब हो कि सेक्टर-9 हास्पिटल में कोरोना काल के दौरान अतिरिक्त आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की गई थी। नया आइसीयू तक बनाया गया था। इस तरह के अन्य महत्वपूर्ण गतिविधि के लिए बिजली की जरूरत है, उसकी पूर्ति के लिए यहां सब-स्टेशन प्रस्तावित है। वहीं, इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में बताया जा रहा है कि इसका टेंडर हो चुका है। जुलाई तक इसको मूर्त रूप देने की योजना है, ताकि मेडिकल कचरे से दूषित जल को संशोधित करने की योजना है। ओए महासचिव परविंदर सिंह ने बताया कि प्रस्तावित स्थल पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा इसे इसे धार्मिक रूप देने की कोशिश की जा रही है, जबकि हनुमान मंदिर इस स्थान से काफी दूर है। बीएसपी प्रबंधन ने बहुत पहले ही निगम के द्वारा बनाए जा रहे डोम शेड के लिए शिव मंदिर के बगल में डोम शेड बनाने के लिए अपनी तरफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया हुआ है। इंटक के महासचिव वंश बहादुर सिंह, एटक महासचिव विनोद कुमार सोनी ने कहा कि बीएसपी की जमीन पर इस तरह की दबंगई कोई कैसे बर्दाश्त कर ले।
बहरहाल सीएम की घोषणा बाद अनुमति न देने के बाद भी डोम शेड निर्माण को रोकने निगम को भी आगे आना था मगर बीएसपी अधिकारियों का मानना है कि निगम इस मामले में खामोश रहा। आज जब टीम अवैध निर्माण रोकने पहुंची तो आसामाजिक तत्वों ने अवैध कब्जे के समर्थन में विवाद किया है।
आपको बता दें कि भिलाई स्टील प्लांट द्वारा संचालित सेक्टर-9 हॉस्पिटल परिसर में विद्युत सब स्टेशन के लिए चयनित जमीन पर अवैध डोम शेड निर्माण का मामला शांत होने के बजाय तूल पकड़ चुका है। निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। सारे हंगामे के बीच निर्माण कार्य किया जा रहा और जब शनिवार सुबह हंगामे के बाद कोतवाली में मौखिक समझौता होने चर्चा हुई तो उस पर भी पानी फिर गया है। बीएसपी के खिलाफ कोतवाली में मारपीट और धक्का-मुक्की का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। मंदिर के पुजारी और महिलाओं के साथ बदसलूकी का आरोप लगाया गया है। पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई है।