कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा में पोषण वाटिका महाभियान एवं वृक्षारोपण का आयोजन

कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा में पोषण वाटिका महाभियान एवं वृक्षारोपण का आयोजन


कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा में पोषण वाटिका महाभियान एवं वृक्षारोपण का आयोजन                 

दुर्ग 17 सितंबर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के परिपेक्ष्य में पोषण वाटिका महाभियान एवं वृक्षारोपण का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा, दुर्ग में आज  किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.एन.पी.दक्षिणकर कुलपति दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग थे। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. सुधीर उपरीत एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती खिलेश्वरी निषाद सरपंच ग्राम पंचायत महमरा थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में “अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023” का नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा शुभारंभ कार्यक्रम का जीवंत प्रसारण किया गया। इस अवसर पर कुलपति डॉ. एन.पी. दक्षिणकर ने कहा कि लघु धान्य या मिलेट्स अब केवल गरीब का आहार नहीं रहा यह पोषक अनाज बन गया है। आज के आधुनिक दौर में लोग पोषक तत्व की कमी से कई बीमारियों जैसे डायबिटीज, हृदय रोग इत्यादि से ग्रसित हो रहे हैं जोकि हमारे खानपान में बदलाव के कारण उत्पन्न हो रही है। देश में 80 के दशक पश्चात गेहूं, चावल का उपभोग काफी बढ़ गया है जिसमें पोषक तत्वों की मात्रा मिलिट्स की तुलना में काफी कम है। मिलेट्स जैसे कोदो, कुटकी, रागी में काफी पोषक तत्व है इनमें रेशा, खनिज तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन आदि प्रचुर मात्रा में एवं ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण यह मानव स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है । अतः हमें भोजन में इन अनाजों को अधिक से अधिक सम्मिलित करना चाहिए । हमारे प्रदेश में छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन अंतर्गत लघु धान्य अनाजों को बढ़ावा दिया जा रहा है । इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. सुधीर उपरीत ने कहा कि मिलिट्स में बहुत पोषक तत्व है तथा उसका पाचन भी आसानी से होता है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्रीमती खिलेश्वरी निषाद ने महिला समूहो से अपनी आंगनबाड़ी एवं स्कूल के आस-पास फलदार वृक्ष तथा सब्जी लगाने के साथ ही वृक्षारोपण कर पर्यावरण को बचाने पर बल दिया। इस अवसर पर कुलपति ने कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा से जुड़ी महिला उद्यमी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को इफको द्वारा प्रायोजित बीज एवं पौधा वितरण किया गया। साथ ही लघु धान्य अनाज से बने विभिन्न प्रकार के व्यंजन भी परोसे गए। साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र क्षेत्र में पौधारोपण किया गया । कार्यक्रम में डॉ.एस.के. तिवारी, अधिष्ठाता पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा,  डॉ.एस.पी.इंगोले निदेशक शिक्षण, डॉ.एस.डी.हिरपुरकर निदेशक पॉलिटेक्निक, श्रीमती शशि रैदास, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक एवं कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. विकास खुणे, डॉ.निशा शर्मा, डॉ.एस.के. थापक, श्रीमती सोनिया खलखो साथ ही आसपास के विभिन्न ग्रामों के 115 महिलाएं, बालिकाएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रावे की छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ. निशा शर्मा एवं आभार प्रदर्शन डॉ. विकास खुणे ने किया।