कॉन्फ्लुएन्स् कॉलेज के एनएसएस विंग ने निकाली संविधान दिवस पर जागरूकता रैली

कॉन्फ्लुएन्स् कॉलेज के एनएसएस विंग ने निकाली संविधान दिवस पर जागरूकता रैली



राजनांदगांव 27 नवंबर । महाविद्यालय के एन.एस.एस. इकाई, एक्सटेंशन गतिविधि, आई. क्यू.ए.सी.के संयुक्त तत्वाधान संविधान दिवस मनाया गया।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. रचना पांडे के निर्देशन मे एवं एनएसएस अधिकारी प्रोफेसर विजय मानिकपुरी के नेतृत्व में विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय कानून दिवस 26 नवंबर 1940 को संविधान अपनाए जाने के अवसर को स्मरण किया जागरूकता रैली में महाविद्यालय से पर्री कला ग्राम के निर्मित वार्ड एवं ग्राम जीई रोड से होते हुए गगनचुंबी नारों की गूंज से संविधान दिवस को जन जन के अधिकार समर्पण दिवस के रूप में नारों से प्रेरित किए।
प्राचार्य डॉ रचना पांडे ने तिरंगा झंडा दिखाकर रैली उद्घाटन किया और कहा कि भारतीय संविधान को बताना तथा भारतीय संविधान को बनाए जाने में संविधान सभा को काफी समय लगा तब जाकर इसे 26 जनवरी 1950 को पूरे देश में लागू किया गया।


महाविद्यालय के डायरेक्टर संजय अग्रवाल, आशीष अग्रवाल एवं डॉ मनीष जैन ने संविधान दिवस पर भारतीय संविधान को बताते हुए कहा कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है क्योंकि इसमें विश्व के सभी सम्मेलनों के कुछ अच्छी बातों को भी शामिल किया गया है इसका ज्ञान सबको होना आवश्यक है।
एन.एस.एस.अधिकारी प्रोफेसर विजय मानिकपुरी ने रैली के नेतृत्व करते हुए सभा के समापन में शपथ दिलाते हुए कहा कि भारत के संपूर्ण इतिहास को ध्यान दें तो भारत के महान इतिहास को भारत के संविधान में समाहित किया गया है जो यह बताता है कि भारत के संविधान की आत्मा पूर्ण रूप से भारतीय है और यह समानता ,संप्रभुता, एकता जैसे अंबेडकर के विचारों को फैलाने के मूल उद्देश्य और युवाओं में देश के प्रति आत्म सम्मान तथा समर्पण भाव का विषय को इसीलिए एन.एस.एस के द्वारा शहर भ्रमण उत्प्रेरक नारों से रैली करके शपथ दिलाया गया सभा में विद्यार्थी ने भी विचार प्रस्तुत किए जिसमे श्यामू, दिलपति शुभम, खिलेश प्रिया कुमारी, कुमारी भारती ने 26 नवंबर 1949 को संविधान समाप्त समानता गण और राष्ट्र को समर्पित किया गया जिसमें संविधान का क्या महत्व कि। यह क्यों मनाया गया कि। इसे बनाने में कितना समय रखा जैसे अपील किया गया तथा दुनिया भर में यह मनाया जाता है जैसे विचार एवं प्रश्नोत्तरी भी किया गया प्रोफेसर मानिकपुरी ने कहा कि यह भारतीय संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है और पूरा संविधान 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में तैयार हुआ जो कि 26 जनवरी 1949 को पूरा हुआ और 26 जनवरी 1950 को भारत गणराज्य का यह संविधान लागू हुआ रैली में मुख्य रूप से श्रीमती प्रीति इंदौर कर (विभाग अध्यक्ष शिक्षा) श्रीमति मंजू लता साहू (आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी)। राधे लाल देवांगन ,धनंजय साहू ,ममता साहू , नफीसा , कपिल ,मयंक, नंदिता सहित सभी प्राध्यापक गण विद्यार्थी सम्मिलित रहे।