सेंट थॉमस महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स ने मनाया वर्ल्ड वाटर डे

सेंट थॉमस महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स ने मनाया वर्ल्ड वाटर डे


भिलाई नगर, 23 मार्च । सेंट थॉमस महाविद्यालय में 37 सी जी बटालियन एनसीसी, दुर्ग के निर्देशानुसार एनसीसी कैडेट्स द्वारा विश्व जल दिवस (World Water Day) हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कैडेट्स ने जल संरक्षण और उसके महत्व को रेखांकित करते हुए आकर्षक पोस्टर बनाए और जल बचाने के संकल्प को दोहराया।कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रशासक फादर डॉ. पी. एस. वर्गीस, प्राचार्य डॉ. एम. जी. रोईमोन, एनसीसी अधिकारी ,कैप्टन डॉ. सुरेखा जवादे एवं डॉ सूजन आर. अब्राहम, प्रमुख प्रबंधन विभाग विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्रशासक फादर डॉ. पी. एस. वर्गीस ने कहा कि, जल जीवन का आधार है, और हमें इसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। युवा पीढ़ी को जल संरक्षण की जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि आने वाली पीढ़ियों को जल संकट का सामना न करना पड़े। वहीं, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. जी. रोईमोन ने अपने उद्बोधन में कहा, विश्व जल दिवस केवल एक दिन तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि हमें हर दिन जल बचाने की आदत डालनी होगी। हमारे छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।

एनसीसी अधिकारी कैप्टन डॉ. सुरेखा जवादे ने कैडेट्स की सराहना करते हुए कहा कि, एनसीसी हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तत्पर रहता है। जल संरक्षण एक गंभीर मुद्दा है, और युवाओं को इसमें अहम भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर कैडेट्स ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई। कई कैडेट्स ने “जल है तो कल है” जैसे संदेशों के साथ जल बचाने की शपथ भी ली। इस अवसर पर महाविद्यालय के कैडेट्स एवं प्रबंधन विभाग प्रमुख डॉक्टर सूजन आर अब्राहम उपस्थित थे| एनसीसी कैडेट्स द्वारा अंत में सभी ने जल संरक्षण के लिए अपने स्तर पर योगदान देने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम सीसी इकाई एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ|भिलाई नगर, 23 मार्च । सेंट थॉमस महाविद्यालय में 37 सी जी बटालियन एनसीसी, दुर्ग के निर्देशानुसार एनसीसी कैडेट्स द्वारा विश्व जल दिवस (World Water Day) हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कैडेट्स ने जल संरक्षण और उसके महत्व को रेखांकित करते हुए आकर्षक पोस्टर बनाए और जल बचाने के संकल्प को दोहराया।कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रशासक फादर डॉ. पी. एस. वर्गीस, प्राचार्य डॉ. एम. जी. रोईमोन, एनसीसी अधिकारी ,कैप्टन डॉ. सुरेखा जवादे एवं डॉ सूजन आर. अब्राहम, प्रमुख प्रबंधन विभाग विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्रशासक फादर डॉ. पी. एस. वर्गीस ने कहा कि, जल जीवन का आधार है, और हमें इसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। युवा पीढ़ी को जल संरक्षण की जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि आने वाली पीढ़ियों को जल संकट का सामना न करना पड़े। वहीं, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. जी. रोईमोन ने अपने उद्बोधन में कहा, विश्व जल दिवस केवल एक दिन तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि हमें हर दिन जल बचाने की आदत डालनी होगी। हमारे छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं। एनसीसी अधिकारी कैप्टन डॉ. सुरेखा जवादे ने कैडेट्स की सराहना करते हुए कहा कि, एनसीसी हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तत्पर रहता है। जल संरक्षण एक गंभीर मुद्दा है, और युवाओं को इसमें अहम भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर कैडेट्स ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई। कई कैडेट्स ने “जल है तो कल है” जैसे संदेशों के साथ जल बचाने की शपथ भी ली। इस अवसर पर महाविद्यालय के कैडेट्स एवं प्रबंधन विभाग प्रमुख डॉक्टर सूजन आर अब्राहम उपस्थित थे| एनसीसी कैडेट्स द्वारा अंत में सभी ने जल संरक्षण के लिए अपने स्तर पर योगदान देने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम सीसी इकाई एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ|भिलाई नगर, 23 मार्च । सेंट थॉमस महाविद्यालय में 37 सी जी बटालियन एनसीसी, दुर्ग के निर्देशानुसार एनसीसी कैडेट्स द्वारा विश्व जल दिवस (World Water Day) हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कैडेट्स ने जल संरक्षण और उसके महत्व को रेखांकित करते हुए आकर्षक पोस्टर बनाए और जल बचाने के संकल्प को दोहराया।कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रशासक फादर डॉ. पी. एस. वर्गीस, प्राचार्य डॉ. एम. जी. रोईमोन, एनसीसी अधिकारी ,कैप्टन डॉ. सुरेखा जवादे एवं डॉ सूजन आर. अब्राहम, प्रमुख प्रबंधन विभाग विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्रशासक फादर डॉ. पी. एस. वर्गीस ने कहा कि, जल जीवन का आधार है, और हमें इसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। युवा पीढ़ी को जल संरक्षण की जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि आने वाली पीढ़ियों को जल संकट का सामना न करना पड़े। वहीं, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. जी. रोईमोन ने अपने उद्बोधन में कहा, विश्व जल दिवस केवल एक दिन तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि हमें हर दिन जल बचाने की आदत डालनी होगी। हमारे छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं। एनसीसी अधिकारी कैप्टन डॉ. सुरेखा जवादे ने कैडेट्स की सराहना करते हुए कहा कि, एनसीसी हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तत्पर रहता है। जल संरक्षण एक गंभीर मुद्दा है, और युवाओं को इसमें अहम भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर कैडेट्स ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई। कई कैडेट्स ने “जल है तो कल है” जैसे संदेशों के साथ जल बचाने की शपथ भी ली। इस अवसर पर महाविद्यालय के कैडेट्स एवं प्रबंधन विभाग प्रमुख डॉक्टर सूजन आर अब्राहम उपस्थित थे| एनसीसी कैडेट्स द्वारा अंत में सभी ने जल संरक्षण के लिए अपने स्तर पर योगदान देने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम सीसी इकाई एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ|