एनसीसी कैडेट सोमनाथ शर्मा ने फास्टेस्ट आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग में बनाया इंडिया बुक एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, ऐसा करिश्मा करने वाले प्रदेश से एकमात्र एनसीसी कैडेट

एनसीसी कैडेट सोमनाथ शर्मा ने फास्टेस्ट आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग में बनाया इंडिया बुक एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, ऐसा करिश्मा करने वाले प्रदेश से एकमात्र एनसीसी कैडेट


एनसीसी कैडेट सोमनाथ शर्मा ने फास्टेस्ट आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग में बनाया इंडिया बुक एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, ऐसा करिश्मा करने वाले प्रदेश से एकमात्र एनसीसी कैडेट

भिलाई नगर 17 जुलाई । सीटीआई  एनसीसी रायपुर ग्रुप एमपी सीजी निर्देशालय से छत्तीसगढ़ प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए एनसीसी कैडेट सोमनाथ शर्मा ने बेसिक पर्वतारोहण पाठ्यक्रम 343 का प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। ऐसा कमाल करने वाले प्रदेश से एकमात्र एनसीसी कैडेट है। इस कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए सोमनाथ शर्मा ने फास्टेस्ट आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग का रिकॉर्ड बनाया है।

हिमालय पर्वतारोहण संस्थान दार्जिलिंग द्वारा ऑल इंडिया एससी ट्रैकिंग कैंप का आयोजन विगत वर्ष किया गया था।  वहां क्लाइंबिंग प्रैक्टिस के टाइम इन्होंने फास्टेस्ट आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग का रिकॉर्ड बनाया है। इनको वहां मुख्य अतिथि के रूप मेें आए वाइस एडमिरल एम .एस . पवार, डिप्टी चीफ ऑफ नेवल स्टाफ से सराहना मिली । सोमनाथ ने अभी कुछ महिनों पहले हुए ऑल इंडिया एनसीसी ट्रेकिंग कैंप आंध्र प्रदेश में भी भाग लिया था।

कोरोना महामारी के समय पुलिस प्रशासन के साथ श्रेष्ठ कार्य किया था। ये एक भूतपूर्व सैनिक  वाई .के . शर्मा  (आर्मी) के सुपुत्र हैं। इनका नाम इसके पहले भी आया था लेकिन कोराना के कारण भारत में लॉकडाउन की वजह से वो कोर्स कैंसिल हो गया था | ये साइंस कॉलेज रायपुर के छात्र है। सोमनाथ का एनसीसी की गतिविधियों के साथ साथ पढाई में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है।

इस कोर्स 24 दिन के कोर्स में पूरे देश से अलग-अलग संस्थाओं से कुल 60 प्रशिक्षु शामिल हुए थे। जिसमें कैडेट सोमनाथ शर्मा एमपी सीजी निदेशालय आर्मी विंग से छत्तीसगढ़ प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था । पहले हफ़्तों में  जलवायु का अभ्यस्त बनाना और बुनियादी परिचय करवाया जाता है पर्वतारोहण पाठ्यक्रम का और टाइगर हिल ट्रेक और पनडम ट्रेक और  फिर धीरे-धीरे एक्सपिडिशन आरंभ हुआ । 

कोर्स निर्देशक भूटिया सर थे और हमें 9 रोप्स में डिवाइड किया गया था हमारे रोप ( रोप 7 ) की इंस्ट्रक्टर मिस सुलोचना तमांग थी (एवरस्टर) और कोर्स के बैकबोन वहां के प्रिंसिपल ग्रुप कैप्टन जय किशन थे। आजादी के अमृत महोत्सव को सेलिब्रेट करने के लिए वहां एच.एम-आई. क्लाइमबाथों का इवेंट हुआ ।

जिसमे 7500 वर्गफुट के इंडियन फ्लैग को माउंट रेनॉक (17000 फीट) में तिरंगा फहराकर एशिया और भारत में रिकॉर्ड बनाया गया था। इस तरह पर्वतारोहण पाठ्यक्रम समाप्त हुआ था। इन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता – पिताजी , छोटी बहन , मित्र – परिजनों को, अपने युनिट स्टाफ तथा एच . एम .आई . स्टाफ को दिया है ।