दाना चुगने आए 50 से ज्यादा पक्षी मर गए, तोता पड़की गौरैया शामिल, प्रतिबंधित कीटनाशक प्रयोग का मामला

दाना चुगने आए 50 से ज्यादा पक्षी मर गए, तोता पड़की गौरैया शामिल, प्रतिबंधित कीटनाशक प्रयोग का मामला


दाना चुगने आए 50 से ज्यादा पक्षी मर गए, तोता पड़की गौरैया शामिल, प्रतिबंधित कीटनाशक प्रयोग का मामला

अंबागढ़ चौकी, 2 अगस्त। ग्राम पंचायत रंगकठेरा के आश्रित ग्राम जरहाटोला में प्रतिबंधित कीटनाशक के प्रयोग से खेत में दाना चुगने आए 50 से ज्यादा पक्षियों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि यहां के किसान बनउ राम पिता मोती राम ने धान की बुआई करने के साथ ही प्रतिबंधित कीटनाशक का छिड़काव कर दिया था। खेत सूखने के बाद दुर्लभ पक्षियों ने धान के दाने के साथ डाले गए कीटनाशक को भी चुग लिया जिससे उनकी मौत हो गई। मृत पक्षियों में तोता और पड़की शामिल हैं। इस मामले में किसान और प्रतिबंधित कीटनाशक की बिक्री करने वाले दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई होने की बात कही जा रही है। 

गौरतलब हो कि वन विभाग की टीम ने खेत की मिट्‌टी, धान के पौधे का सैंपल लिया है। इसे जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। किसान ने पूछताछ के दौरान जांच टीम को बताया कि चिल्हाटी के दुकान से  कीटनाशक नहीं मिला तो उन्होंने दूसरे दुकान से कीटनाशक यह खरीदा था। 

वन विभाग की टीम को जांच के दौरान यह पता चला है कि किसान ने कीटनाशक को धान की बुआई करने के दौरान छिड़काव किया था। ज्यादा मात्रा में कीटनाशक डाला गया था, इस वजह से आसपास में दाना चुगने के नाम से आने वाले पक्षी इसका शिकार बन गए। मृत पाए गए कुछ पक्षियों का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद मृत पक्षियों को जला दिया गया।

कृषि विभाग के उप संचालक जीएस ध्रुवे ने बताया कि किसी भी दवाइयों का छिड़काव करने के पहले कृषि विभाग के जानकारों से सलाह लेनी चाहिए।

सीसीएफ बीपी सिंह ने सोमवार को मौका मुआयना किया और वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियोें को क्षेत्र में लगातार निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस किसान ने धान की बोआई की तब पौधे दूर-दूर पर निकले थे। धान बढ़त नहीं दिखने पर किसान ने दोबारा धान का छिड़काव किया पर इसके साथ ही प्रतिबंधित कीटनाशक भी डाल दिया परंतु कुछ दिन में पानी सूखते ही धान के पौधों के साथ ही डाले गए कीटनाशक भी नजर आने लगे। पक्षी खेत की ओर दाना चुगने के नाम से आए और डाले गए कीटनाशक को खाने की वजह से उनकी मौत हो गई। सीसीएफ ने बताया कि मौके पर 52 पक्षी मृत पाए गए हैं जिनमें तोता और पड़की भी शामिल है। दोनों वन विभाग के शेड्यूल 4 में आते हैं इसलिए कार्रवाई की गई है। गौरय्या भी मृत पाई गई हैं। जांच के दौरान वन विभाग के अफसरों को पता चला कि इस क्षेत्र में ज्यादातर पक्षी दाना चुगने के नाम से खेतों की ओर आते हैं। इन्हें भगाने के लिए किसान खेतों में एक लकड़ी के उपर कपड़े डाल देते हैं ताकि पक्षी यहां दाना चुगने न आ सके। वन अफसरों ने किसान का बयान दर्ज किया है।