सीजी न्यूज ऑनलाइन 25 सितंबर। राजनंदगांव जिले के छुरिया थाना में प्रेम प्रसंग के एक नाबालिग जोड़े को पुलिस की 112 वाहन से थाना लाया गया था। मामला दो दिन पहले का है। लोक-लाज के भय से युवती के स्वजनों ने थाना में रिपोर्ट लिखाने से मना कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने लिखित आवेदन लेकर नाबालिग युवती को स्वजनों के सुपुर्द कर दिया। वहीं नाबालिग लड़के को थाना में ही रखा गया। नाबालिग युवक दुर्ग जिले के ग्राम रसमड़ा का रहने वाला है। रात में करीब 12 बजे के बाद लड़का बेसुध होकर थाना के बाहर पड़ा था। जिसे थाना कैंपस के ही आइटीबीपी के जवानों ने देखा। इसके बाद युवक के स्वजनों को जानकारी दी। खबर मिलते ही युवक के परिवार वाले मौके पर पहुंचे और उसे दुर्ग के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां करीब 14 घंटे के संघर्ष के बाद युवक को होश आया। नाबालिग होने के कारण लड़के के स्वजनों ने भी पुलिस के खिलाफ आवाज नहीं उठाई। लेकिन मामले का राजफाश हो गया। इंटरनेट मीडिया पर खबर चलते ही पुलिस प्रशासन ने भी इस पर गंभीरता दिखाई। सूत्रों के अनुसार नाबालिग लड़के की थाने में देर रात तक बेरहमी से पिटाई की गई है। जिसके बाद उसे बेसुध अवस्था में थाना के बाहर छोड़ दिया गया। इस मामले को पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने गंभीरता से लेते हुए छुरिया थाना प्रभारी अवनीश कुमार श्रीवास को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया है। उसकी जगह पर एसपी कार्यालय में पदस्थ रहे निरीक्षक संतोष कुमार भूआर्य छुरिया थाना प्रभारी होंगे।