⚫ घरेलू हिंसा, झगड़ा, दहेज नहीं “मक्खियाँ” हैं वजह
😭 मक्खियों से परेशान है पूरा गांव, ससुराल छोड़ मायके भाग रहीं महिलाएं, युवाओं का नहीं हो रहा “रिश्ता”
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 8 दिसंबर। उत्तर प्रदेश का जिला हरदोई के कुछ गांव इस वक़्त एक बेहद अजीबो ग़रीब संकट का सामना कर रहे हैं। कथित तौर पर यहां की बहुएं अपना ससुराल छोड़ कर मायके भागने को मजबूर हैं, हालात इतने ख़राब हो चुके हैं कि लोगों का शादीशुदा जीवन संकट में आ गया है। दिलचस्प बात ये है कि इन सबसे पीछे वजह घरेलू हिंसा, झगड़े, दहेज या फिर कोई और वजह नहीं है. बल्क़ि, इस संकट का कारण बनी है मक्खियां।
इधर के कुछ गांव में छत से लेकर दीवारें तक मक्खियों का बसेरा है। यहां मक्खियों का आतंक पसरा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्खियों की भिनिभिनाहट ने 5 हजार से ज़्यादा की आबादी का जीना मुहाल कर दिया है। लोग न तो चैन से बैठ सकते हैं और न ही सो पा रहे हैं। खाना-पीना तक मुश्किल हो गया है। लोग जिधर भी बैठते हैं मक्खियां उन पर आकर बैठ जाती हैं। घर की छत से लेकर दीवारें तक मक्खियों का बसेरा बन चुका है।
मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक बढ़ईनपुरवा, कुइयां, पट्टी, दाही, सालेमपुर, फतेहपुर, झाल पुरवा, नया गांव, देवरिया, एकघरा जैसे गांव के लोग मक्खियों से काफ़ी परेशान हैं। इनसे बचने के लिए बहुएं ससुराल छोड़ कर मायके चली जा रही हैं। गांव में मक्खियों की समस्या है, ये खबर दूर-दराज़ के इलाकों तक फैल गई है। इस वजह से कोई भी लड़की इन गांवों के लड़कों से शादी नहीं करना चाहती। इस वजह से गांव के कई लड़कों की शादी में दिक्कत आ रही है। हरदोई के कुछ गांवों में इस कदर मक्खियों का आंतक कैसे हो गया। स्थानीय निवासियों की मानें तो इसके पीछे वजह बना है पोल्ट्री फार्म। जी हां, लोगों के मुताबिक, मक्खियों की समस्या 2014 से शुरू हुई जब पास में एक पोल्ट्री फार्म खुला। पोल्ट्री फार्म की वजह से मक्खियां आने लगी और देखते ही देखते इनकी संख्या हज़ारों में हो गई। पोल्ट्री फार्म के बिल्कुल पास में है गांव बढ़ईनपुरवा और यहां मक्खी की समस्या सबसे ज़्यादा है। वर्ष 2014 में भारत सरकार की वित्त पोषित कुक्कुट योजना के अंतर्गत कुइया ग्राम सभा में सागवान पोल्ट्री फार्म की स्थापना हुई थी। जैसे-जैसे पोल्ट्री फार्म की उत्पादन क्षमता बढ़ी, ग्रामीणों की समस्या भी बढ़ती चली गई. इसका सीधा असर पोल्ट्री फार्म से 300 मीटर दूर बढ़ईनपुरवा गांव के ग्रामीणों पर पड़ने लगा। गांव वाले इस समस्या से निजात पाने के लिए लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक उन्हें मक्खियों से छुटकारा नहीं मिल पाया है।