प्रदेश के राजस्व भुइयां ऑनलाइन पोर्टल से राजस्व संबंधित कई अभिलेख विलोपित, विरोध स्वरूप संचालक भू अभिलेख एवं एनआईसी का राजस्व पटवारी संघ ने किया घेराव, 17 से ऑनलाइन कार्य का करेंगे बहिष्कार

प्रदेश के राजस्व भुइयां ऑनलाइन पोर्टल से राजस्व संबंधित कई अभिलेख विलोपित, विरोध स्वरूप संचालक भू अभिलेख एवं एनआईसी का राजस्व पटवारी संघ ने किया घेराव, 17 से ऑनलाइन कार्य का करेंगे बहिष्कार


प्रदेश के राजस्व भुइयां ऑनलाइन पोर्टल से राजस्व संबंधित कई अभिलेख विलोपित, विरोध स्वरूप संचालक भू अभिलेख एवं एनआईसी का राजस्व पटवारी संघ ने किया घेराव, 17 से ऑनलाइन कार्य का करेंगे बहिष्कार

रायपुर 15 सितंबर । राजस्व पटवारी संघ छ, ग, के जिला एवम प्रान्तीय पदाधिकारी, पटवारी सदस्यों के द्वारा विगत 8 से 13 सितंबर  राजस्व से संबंधित भुइया ऑनलाइन पोर्टल को मरम्मत के नाम पर बंद किया गया था। परंतु पोर्टल शुरू होने के बाद आ रही समस्याओं को लेकर विरोध स्वरूप आज राजस्व पटवारी संघ के समस्त जिलों से आये पटवारियों ने इंद्रावती भवन में संचालक भू अभिलेख एव एनआईसी कार्यलय में घेराव किया गया।  अधिकारियों को आ रही समस्यों से अवगत कराया। संघ के पदाधिकारियों ने संचालक भू अभिलेख शाखा से कहा है कि राजस्व अभिलेखो व दस्तावेजों में जो भी परिवर्तन आ रहा है । उसके लिए प्रदेश का कोई भी पटवारी जवाबदार नहीं होगा। उसके लिए एनआईसी ही जिम्मेदार है । अभिलेखों में जो भी परेशानी आ रही है । उसके लिए पोर्टल को 6 दिनों तक बंद किया जाना ही मुख्य कारण है। इसके अलावा संघ द्वारा सौंपा गए ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है कि यदि भुइया ऑनलाइन पोर्टल में सभी गड़बड़ियां को शीघ्र ही ठीक किया जाए 8 सितंबर की पूर्व दस्तावेज दुरुस्त नहीं होने की स्थिति में 17 सितंबर से प्रदेश के समस्त पटवारी भुइया ऑनलाइन पोर्टल का बहिष्कार करेंगे।

संघ ने अधिकारियों से चर्चा करते हुए अवगत कराया कि 8 सितम्बर शाम 5-बजे से 13 सितम्बर के प्रातः 10-00 बजे तक जो मेन्टेनेन्स हेतु पोर्टल बंद रख सुधार किए हैं । उसके कारण दस्तावेजों अभिलेखों में भारी गड़बड़ियां हुई है जो इस प्रकार है

 1-किसी भी गांव का कोई खसरा नम्बर पटवारी के डिजिटल हस्ताक्षर (डीएससी )से सत्यापित नही हो रहा।

2-नामान्तरण के अंतर्गत समस्त पुराना नामांतरण जो पंजी में ऑनलाइन दर्ज कर आदेश पारित हो गया था। वह सब विलोपित हो गया है. उसका कोई भी अभिलेख पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है।

3-वर्तमान समय मे कोई भी नामान्तरण का अभिलेख दुरुस्त नही हो रहा है.

4-फसल गिरदावरी के अंतर्गत फसल पुनरावृत्ति नही हो रहा है.

5-किसी किसी गांव का प्रत्येक खसरा का दो से तीन प्रविष्टि दिखा रहा है.

6-किसी किसी गांव का बहुत से खसरा नम्बर विलोपित हो गया है.

7-अभिलेख शुद्धता के अंतर्गत खसरा संकलन विलोपन पूर्ण किया जा चुका था उसमें भी बहुत सारे नम्बर अनावश्यक जुड़ गया है.

 8- एक ही खसरा नम्बर और रकबा दो कृषक के नाम नाम पर किस प्रकार दर्ज हुए हैं

9- कम्प्यूटर से निकाले गए बी-1 में अधिक नम्बर रहता है लेकिन खसरा खण्ड-1या 2 मे कुछ नम्बर क्यों नही  रहता.

 10- खातों से सभी डिजिटल हस्ताक्षर स्वामेव विलोपित हो गए हैं । किसानों को नकल नही मिल रहा है और अभी डिजिटल हस्ताक्षर (डीएससी) भी नही हो रहा है। 

11 लॉगिन होने बाद अचानक बार बार भुइयाँ सरवर अपने आप लॉगआउट हो रहा है ।(एरर -502 के साथ)

12.लुप्त खसरा संकलन में जो भी चिन्हांकित कर रखे गए जिसमे भूमि स्वामी प्रविष्टि शेष थी के विकल्प को निष्क्रिय कर दिया गया है।

13.ग्रामवार तेरिज निकलने पर सैकड़ो  खातेदारों के नाम विलोपित हो गए है। जो कि सरवर मेंटेनेंस से पहले ठीक थे।

14.भु-नक्शा वेबसाइट सरवर हर दूसरे तीसरे दिन बन्द रहता है।

इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों को अवगत कराया कि पंचायत द्वारा नामान्तरण की व्यवस्था की जाए। संकलन और विलोपन को बार-बार तहसीलदार को भेजने का प्रावधानबंधक खसरा का पूर्व में हो चुका, लेकिन वर्तमान ऑनलाइन खसरा में न हो पाने वाले बटांकन का सरलीकरण किया जाए । क ख ग घ वाले खसरों का कोई युक्तिसंगत उपाय, या तो भुइया संकलन की सुविधा दे, या बटा नंबर आगे बढ़े, तो क से आगे ख जाए या और भी कुछ, जिससे काम आसान हो ।

राजस्व पटवारी संघ से उपस्थित पदाधिकारी में प्रांताध्यक्ष  अश्वनी कुमार वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष पवन चौहान, प्रदेश सचिव राजेश वंजारी, संरक्षक सन्तोष त्रिपाठी, नीरज कुमार सिंग, जीवराखन कश्यप, महामंत्री जिलाध्यक्षों में राजीव तिवारी, बिरेन्द्र सिंह बेस, प्रमोद श्रीवास्तव, योगेंद्र कलमकार, पालसिंग धुर्व, भूपेंद्र धुर्व, राजेसह चन्द्राकर , रजनी आनेश्वरी, ताराचंद मेश्राम, लाला राम सिन्हा, नरेंद्र धुर्व, चित्रपाल चेद्धया, राजकुमार पाटिल, अमन श्रीवास्तव, बिरेन्द्र जंघेल, कमलेश तिवारी,  देवेंद्र वर्मा, रत्नेश भदौरिया, प्रणय रामटेके, बिलासपुर जिलाध्यक्ष देव कश्यप एवम आलोक तिवारी, हेमन्त देवांगन , देव नारायण लहरे , मनहरण राठौर जांजगीर चांपा, कन्हैया जांगड़े, अशोक बंजारे, सुशील धार्मिक, चिन्मय अग्रवाल, संजय खुदशाह, हीरेन्द्र यदु ,यशवंत पठारे, ललित चन्द्राकर, सहित प्रदेश पटवारी संघ के अनेक पदाधिकारी इस धरना प्रदर्शन के दौरान उपस्थित थे।