Mahadev Online Satta : CBI अभी इन पहलुओं को खंगालने कर रही कड़ी मशक्कत, अक्षय यश शिवांस और अभिषेक जांच दायरे में, जल्द बड़ी कार्रवाई की संभावना

Mahadev Online Satta : CBI अभी इन पहलुओं को खंगालने कर रही कड़ी मशक्कत, अक्षय यश शिवांस और अभिषेक जांच दायरे में, जल्द बड़ी कार्रवाई की संभावना



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 18 सितंबर। महादेव बुक ऐप, एक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप है जिसने सोशल मीडिया और ऑनलाइन विज्ञापनों के ज़रिए अपने लिए प्रचार किया। इस ऐप ने युवाओं और तकनीक-प्रेमी लोगों को लक्षित करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों का इस्तेमाल किया और ऐप को प्रभावशाली लोगों के समर्थन से भी प्रचार मिला था। इस तरह महादेव बुक ऐप विभिन्न समुदायों के बीच एक आकर्षक निवेश विकल्प के रूप में स्थापित हो गया था। इस ऐप को छत्तीसगढ़ के सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने वर्ष 2017 में लॉन्च किया गया था। इस ऐप पर पोकर, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों पर अवैध सट्टेबाजी की जाती रही। ऐप के ज़रिए चुनावों में भी अवैध सट्टेबाजी की जाती रही। महादेव बुक ऐप के ज़रिए पैसे लगाने वाले लोगों का मकसद ज़्यादा कमाई करना होता था। इस जुड़े मामले में बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटी, सिंगर्स, एक्टर, और कॉमेडियन भी शामिल रहे हैं। ईडी ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूएई में स्थित ऐप प्रमोटरों से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे।
महादेव प्रमोट करने वाली एड एजेंसियों पर कसेगा शिकंजा
महादेव ऑनलाइन बैटिंग (सट्टेबाजी) नेटवर्क को बढ़ावा देने प्रमोटरों ने एड एजेंसियों को प्रमोशन के पावर हाउस के रूप में भी इस्तेमाल किया था। जांच एजेंसियां छत्तीसगढ़ से लेकर देश भर में प्रकाशित और प्रसारित (चैनलों में) करने वाली एड फर्मों पर भी शिकंजा कसने जा रही है। इस संबंध में अखबारों और चैनलों से मोड आफ पेमेंट और पे-एजेंसी को लेकर पूछताछ करने जा रही है। आपको बता दें कि महादेव सट्टा घोटाले की जांच अब CBI को सौंप दी गई है। इसकी जांच पहले ED और फिर ACB EOW ने की है।
इन एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि महादेव ऑनलाइन बुक के प्रमोटर अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा प्रमोशन और ब्रांड विजिबिलिटी पर खर्च करते रहे हैं, मार्केटिंग के विभिन्न पहलुओं को प्रबंधित करने के लिए समर्पित व्यक्तियों की एक टीम का उपयोग करते रहे हैं। महादेव ऑनलाइन बुक, सबसे 3 प्रमुख अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क में से एक, न केवल अपने संदिग्ध संचालन के साथ जांच शुरू होने से पहले तक अपनी आक्रामक प्रचार रणनीतियों के लिए भी सुर्खियां बटोरता रहा।
जैसा कि छत्तीसगढ़ ईओडब्ल्यू व अभियोजन शिकायत में बताया गया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप की विशेष 26 प्रचार-रणनीति टीम का नेतृत्व कथित तौर पर अक्षय जाजू और यश चौहान द्वारा किया जाता है, जो प्रचार टीम के प्रमुख हैं और महादेव प्लेटफार्मों के लिए सभी विज्ञापन से और विपणन प्रयासों का प्रबंधन करते रहे हैं। उनका काम टेलीग्राम, गूगल विज्ञापन, इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य प्रभावशाली मार्केटिंग सहित कई ऑनलाइन चैनलों तक फैला हुआ है।
जाजू और चौहान दोनों कथित तौर पर ऑफलाइन मार्केटिंग या गतिविधियों के लिए भी जिम्मेदार हैं, जो एक व्यापक और निरंतर प्रचार मशीन बनाते हैं जो सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर महादेव बुक और अन्य सहायक सट्टेबाजी की निरंतर उपस्थिति सुनिश्चित करती रही है।
फ्री प्रेस जनरल के मुताबिक शिवांश गौतम, इसके प्रचार के नेटवर्क में एक और प्रमुख व्यक्ति है, जो कथित तौर पर महादेव बुक के फालोअर्स को शामिल करने में नई महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहा है। वह न केवल विभिन्न सामाजिक प्लेटफार्मों पर टिप्पणियों और संदेशों का जवाब देने और दर्शकों के साथ सक्रिय पर जुड़ाव बनाए रखने में अहम कड़ी बना है बल्कि इस अवैध कमाई में सफल लोगों की कहानियां नियमित सोशल प्लेटफार्म पर अपलोड करने के लिए भी जिम्मेदार है।
सामाजिक मोर्चे पर अभिषेक कोचेब्राउन कथित तौर पर महादेव बुक और अन्य सहायक ऐप्स के लिए भव्य पार्टियों और कार्यक्रमों का आयोजन संभालते हैं। कथित तौर पर उनकी जिम्मेदारियाँ दुबई आने वाले प्रमोटरों के मेहमानों के लिए यात्रा, वीजा और आवास की व्यवस्था करने तक फैली हुई है जिससे सट्टेबाजी साम्राज्य की शानदार छवि को मजबूत किया जा रहा है। कोचेब्राउन द्वारा कथित तौर पर कई महादेव ऐप प्रमोटरों की पार्टियों और बढ़ती कानूनी चुनौतियों के बावजूद, विपणन और प्रचार पर चौंका देने वाला खर्च सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और उससे परे अपनी दृश्यता और प्रभाव को बनाए रखने के लिए महादेव के प्रमोटरों के अथक प्रयास को उजागर करता है।
सीबीआई इन पहलुओं पर भी कड़ी मेहनत कर रही है जिसके परिणाम बहुत जल्द सामने आने की संभावना है और ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के बाद पैनलिस्ट समेत हर छोटे-बड़े पहलुओं तक जांच आगे बढ़ेगी और संबंधित लोग न केवल बेपर्दा होंगे बल्कि बड़ी कार्रवाईयां देखने को मिलेगी।