महादेव बुक एक्सपांसन प्रोजेक्ट को पाकिस्तान पहुंचा पैनल फिल्डिंग जमाने में भिलाई के एक शख्स की अहम् भूमिका

महादेव बुक एक्सपांसन प्रोजेक्ट को पाकिस्तान पहुंचा पैनल फिल्डिंग जमाने में भिलाई के एक शख्स की अहम् भूमिका



🔴 आईपीएल सटोरिये सतनाम की सिफारिश से सक्सेस पार्टी में हुआ था शामिल
🔴 पाकिस्तानी रिश्तेदारों का मिला फायदा, बन गया आनलाईन बेटिंग पैनल डिस्ट्रीब्यूटर
🔴 सतनाम की गैर मौजूदगी में काम सम्हाल रहे दिल्ली से फरार अमन-प्रेम सहित अन्य की तलाश जारी
भिलाई नगर, 20 नवंबर। दुर्ग जिले से आनलाईन बेटिंग ऐप महादेव बुक से जुड़े अधिकांश पैनलिस्ट जहां स्थानीय पुलिस की कार्रवाई से परेशान हो अन्य राज्यों का रूख कर वहां लड़के भेज जगह बदल बदल कर देश भर के सटोरियों से बेटिंग करवा रहे हैं वहीं महादेव बुक संचालक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, राज गुप्ता सहित अन्य सभी पार्टनर भारत के आलावा दूसरे देशों में भी पैनल जमाने की कोशिश में दिन रात एक कर चुके हैं। इस अवैध कारोबार से आ रहे अकूत धन की बदौलत जहां इनके द्वारा अंडमान निकोबार सहित अन्य आयलैंड पर बंगले खरीद वहां युवाओं की ऐसी कई सशक्त टीम बनाई जा रही है जो तकनीकी रूप से पूरे सिस्टम को आपरेट कर बिना रोक टोक देश विदेश में इस अवैध कारोबार को प्रोजेक्ट करते हुए लोगों से फ्री माइंड बेटिंग करवा सकें और इस टीम में शामिल अधिकांश युवा भिलाई दुर्ग से ही हैं। वहां इनके रहने, खाने, घूमने फिरने सहित तमाम ऐशो आराम की व्यवस्था महादेव ग्रुप संचालकों ने कर रखी है।
विश्वसनीय सूत्रों से खबर यह भी मिली है कि महादेव ऐप का एक बड़ा प्रोजेक्ट कुछ महीने पहले पाकिस्तान में भी शुरू किया जा चुका है जिसके एक्सपांसन की अहम जिम्मेदारी भिलाई के वैशाली नगर निवासी एक पुराने पैनलिस्ट ने संभाल रखी है। बताया जा रहा कि भिलाई में इस कारोबार के लिए चार अलग अलग पैनल संचालित कर यह शख्स करोडो़ की कमाई कर महादेव ऐप संचालकों की नजर में आया। फिर इसकी पहचान वैशाली नगर में ही रह रहे आईपीएल सटोरिये सतनाम सिंह से हुई। जून 2022 में दूबई आयफा अवार्ड में प्रायोजक महादेव बुक और उसके संचालकों का जलवा देखने के बाद इसने सतनाम को बडे़ प्रोजेक्ट आफर के साथ सौरभ चंद्राकर से मिलवाने कहा। परफार्मेंस के आधार पर महादेव बुक की तीसरी वर्षगांठ पर आयोजित सक्सेस पार्टी में वैशाली नगर के इस शख्स ने भी भाग लिया और इसके द्वारा तैयार एक्सपांसन प्रोजेक्ट संचालकों के लिए बेहतर अपार्चुनिटी बन गया नतीजतन इसे पाकिस्तान में पैठ बनाने और वहां पैनल डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी मिल गई।
दो महीने के भीतर वैशाली नगर भिलाई से ताल्लुक़ रखने वाले इस शख्स ने पाकिस्तान में भी महादेव बुक के कई पैनल तैयार कर लिए हैं। बताया जा रहा है कि इस शख्स और इसके परिवार की भिलाई के सफल मेडिकल व्यवसायियों में गिनती होती है तथा इनके कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में भी हैं, जिनके माध्यम से पैनल पाकिस्तान तक बढ़ाने में इसकी बेस्ट ग्रोविंग इमेज महादेव बुक संचालकों की नजर में बन गई है। हालांकि इस शख्स का अधिकतम कारोबार भिलाई क्षेत्र में ही है जिसे इसके दूसरे भाई बखूबी सम्हाल रहे हैं।
हाल ही में दुर्ग पुलिस द्वारा दिल्ली में आनलाईन बेटिंग ऐप की जिन दो ब्रांच के 16 लोगों को गिरफ्तार कर भिलाई लाया गया, उन्होंने पूछताछ में यह पैनल अमन और प्रेम नामक युवकों का होना बताया है, जो कि सतनाम सिंह के ही गुर्जर हैं और पुलिस छापे से ठीक पहले अपने दो और साथियों को लेकर मौके से निकल भागने सफल रहे हैं। पुलिस के मुताबिक महादेव बुक से जुड़े लोगों पर कार्रवाई के बाद सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, राज गुप्ता के साथ पैनल संचालित करने वाले लोग दूसरे राज्यों में लगातार अपना पैनल शिफ्ट कर रहे हैं। पुलिस को खबर लगी है कि सतनाम सिंह भी अपना पैनल दिल्ली से पंजाब शिफ्ट कर चुका है। दिल्ली में सतनाम के खिलाफ केस दर्ज होने और उसके पिता के खाते में महादेव पैनल का पैसा ट्रांसफर होने की जानकारी लगने के बाद दो दिन पहले पकड़ में आई ब्रांच भी शिफ्ट करने अमृतसर के कुछ लोगों से संपर्क किया गया था और सतमान की गैरमौजूदगी में दिल्ली से फरार हुए अमन, प्रेम ही पंजाब में सतनाम का सारा काम सेट करवाने में लगे हैं। विदित हो कि वैशाली नगर में सतनाम पहले आईपीएल सट्टे का काम करता था, इस दौरान वह गिरफ्तार भी हुआ, फिर बाद में यह सौरभ चंद्राकर के संपर्क में आया और बडे़ पैमाने पर महादेव, अन्ना रेड्डी बेटिंग ऐप के अवैध कारोबार को भिलाई, रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर में पैनलिस्ट फिल्डिंग जमाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।