अन्ना रेड्डी ऐप को टेकओवर करने के बाद नित नये पैतरे बदल रहे महादेव ऐप संचालक

अन्ना रेड्डी ऐप को टेकओवर करने के बाद नित नये पैतरे बदल रहे महादेव ऐप संचालक



🔴 टूरिस्ट वीजा पर दुबई पहुंचे युवकों के दो साल एक्सटेंशन का निकाला तोड़
🔴 छः राज्यों में बन चुके हैं 50 लाख यूजर्स, लगातार पीछा कर रही दुर्ग पुलिस
भिलाई नगर, 11 अक्टूबर। दुर्ग जिला पुलिस की लगातार कार्रवाई से परेशान महादेव आनलाईन बेटिंग ऐप संचालकों ने एक बार फिर पुलिस से बचने नया पैंतरा आजमाना शुरू कर दिया है।
हाल ही में दुर्ग जिला पुलिस की जांच में यह पता चला है कि जो युवक दुबई जाकर महादेव का पैनल ऑपरेट कर रहे हैं, वो टूरिस्ट वीजा में गए हैं और दुबई में इनके द्वारा करीब 25 से 30 टूरिस्ट विला किराए में लेकर उनमें पैनल ऑपरेट करने वालों को रखवाया है। इसी विला में रहकर कई युवक महादेव ऐप की मास्टर आईडी ऑपरेट कर रहे हैं। इन पर नजर रखने के लिए बाकायदा फ्लोर मैनेजर, सुपरवाइजर और चेकर नियुक्त किए गए हैं।
गौरतलब हो कि गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और साउथ के राज्यों में ज्यादा यूजर्स बना चुके रेड्डी अन्ना ऐप को टेकओवर करने के बाद महादेव ऐप में यूजर्स की संख्या करीब 50 लाख तक पहुंच गई है। अब तक पकड़ाए सटोरिए से मिले डेटाबेस से पता चला है कि छः राज्यों के लोग महादेव ऐप का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। ऐप में ज्यादातर यूजर्स छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, पंजाब और मध्यप्रदेश के हैं। गुजरात के एक्टिव यूजर्स में महिलाएं और युवतियों की संख्या ज्यादा है जबकि बाकी राज्यों में बड़ी संख्या में युवा, व्यापारी और नौकरी पेशा लोग यूजर्स हैं।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि महादेव ऐप संचालनकर्ता इंटरनेशनल सटोरिए लगातार अपना कम्युनिकेशन सिस्टम मजबूत करने में लगे हैं ताकि मोटे मुनाफे के लगातार बढ़ते इस गोरखधंधे को वो आसानी से चलाते रहें नतीजतन पहले इनके द्वारा वाटसएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम ऐप का उपयोग किया जा रहा था, जब इन पर सायबर पुलिस का अंकुश बढा़ तो अब मैसेजिंग और कॉलिंग एप्लीकेशन बोटिम एप उपयोग करने की जानकारी मिली है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूरे पैनल और एक्टिव यूजर्स पर नजर रखने के लिए चेकर रखे गए हैं। इनके काम में चेकर की भूमिका अहम है। ये लोग एक्टिव गेमिंग के दौरान हर यूजर्स की एक्टिविटी पर नजर रखते हैं। पैनल ऑपरेटर से गलती होने और रिस्पांस नहीं मिलने पर चेकर तुरंत उन्हें मैसेज करता है, जिससे एक भी यूजर्स को गेमिंग के दौरान कोई समस्या न हो। चेकर ही यूजर्स की डिपॉजिट पर कमांड करते हैं। पैनल में प्रीमियम यूजर्स को 100 से 200 के पैनल में रखा जाता है। ये यूजर्स एक दिन में 10 लाख से 25 लाख रुपए का दाव सट्टा ऑनलाइन के माध्यम से लगाते हैं। पुलिस के मुताबिक दुबई से काम करके लौटने वाले सटोरियों से पूछताछ में पता चला है कि तीन महीने का टूर पैकेज समाप्त होने के बाद युवकों का एक कार्ड बनवाया जाता है। दुबई में रहने के लिए इस कार्ड को बनवाने की एवज में 3 लाख रुपए देना पड़ता है। इसके बाद युवकों को 2 साल तक रहने की अनुमति मिल जाती है। इससे पैनल ऑपरेट करने वालों को किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। यहीं नहीं विला में रहकर पैनल ऑपरेट करने वालों को खाने पीने और घूमने फिरने का पूरा इंतजाम रहता है। वैसे महादेव ऐप संचालकों की हर करवट और पैतरे की भनक दुर्ग जिला पुलिस तक भी नेटवर्क ब्रेक होने की वजह से पहुंच रही है और पुलिस अफसर हर पैतरे का तोड़ निकालते देर सबेर सटोरियों तक पहुंच ही जा रहे हैं और जिला पुलिस की इसी तत्परता ने न सिर्फ महादेव ऐप संचालकों की नाक में दम कर रखा है बल्कि एक माह के भीतर उनको करोंडो़ं का नुकसान भी हुआ है।