सीजी न्यूज ऑनलाइन 15 सितंबर। चैतन्य करीब दो माह से ईडी की गिरफ्त में आने के बाद से जेल में हैं। उनकी सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज हो चुकी है।
इस चार्जशीट के पेश करने के साथ ही चैतन्य की जुडिशल रिमांड अब खत्म हो गई है। ईडी ने उसे कोर्ट में पेश किया है। 18 जुलाई को चैतन्य के जन्मदिन के दिन ईडी ने भिलाई स्थित घर से उसे गिरफ्तार किया था।
इसके साथ ही शराब घोटाले केस में ही ईडी के बाद अब राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (ईओडब्ल्यू) भी चैतन्य को गिरफ्तार करने की तैयारी में है। विशेष कोर्ट में ईओडब्ल्यू ने प्रोडक्शन वारंट लगाया था। प्रोडक्शन वारंट की आज सुनवाई में ब्यूरो ने पूछताछ के लिए अपनी रिमांड पर मांगा। इसका बचाव पक्ष ने विरोध किया। उसका कहना है कि ईडी की रिमांड के दौरान पूछताछ न कर ईओडब्ल्यू जबरिया गिरफ्तार करना चाहती है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने कल और सुनवाई का अवसर दिया है। चैतन्य की ओर से कल जमानत याचिका दायर की जा सकती है।
दरअसल, शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने चैतन्य बघेल को आरोपी बनाया है। पूर्व सीएम के बेटे पर आरोप है कि घोटाले की रकम से उसे 16.70 करोड़ रुपए मिले हैं। इन रुपयों को उसने अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया था।