भिलाई नगर, 22 फरवरी। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव के तीन सहायक प्राध्यापकों पर परीक्षा कार्य के लिए प्रतिबंध लगाया है। एक पुरुष सहायक प्राध्यापक पर 4 साल का और दो महिला सहायक प्राध्यापकों पर 2-2 साल का बैन किया गया है। इन पर शिक्षा सत्र 2023-24 के दौरान रसायन विषय के प्रथम और तृतीय सेमेस्टर की कॉपियों के मूल्यांकन में लापरवाही बरतने का आरोप लगा था। जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद कार्य परिषद ने उन पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।
कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने बताया कि परीक्षा के बाद मूल्यांकन के दौरान लापरवाही की गई। पुरुष सहायक प्राध्यापक ने खुद के साथ महिला प्राध्यापकों के नाम मूल्यांकन के लिए उत्तर पुस्तिका ली लेकिन खुद ही मूल्यांकन कर उत्तर पुस्तिका जमा कर दी। उत्तर पुस्तिका जांची गई, परीक्षार्थियों को अंक दिए गए, लेकिन कुल प्राप्तांक को जोड़ने में गड़बड़ी की गई। इसकी वजह से एक ही केंद्र से सबसे अधिक पुनर्मूल्यांकन के आवेदन आए। पुनर्मूल्यांकन में परीक्षार्थियों के 15 से 20 तक के अंक बढ़े। इसके बाद मामले की जांच के लिए समिति बनाई गई। जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आई। साथ ही दोनों महिला सहायक प्राध्यापकों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने मूल्यांकन के लिए उत्तर पुस्तिका नहीं लेने की बात कही, जबकि उनके नाम से भी मूल्यांकन के लिए मानदेय राशि की मांग का पर्चा मिला है।
मूल्यांकन में गड़बड़ी 🟦 15 से 20 नंबर बढ़े, दिग्विजय कालेज के तीन सहायक प्राध्यापकों के लिए परीक्षा कार्य बैन