साढ़े तीन साल में भारत घोषित होगा "हिंदू राष्ट्र" – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का दावा

साढ़े तीन साल में भारत घोषित होगा "हिंदू राष्ट्र" – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का दावा


साढ़े तीन साल में भारत घोषित होगा “हिंदू राष्ट्र” – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का दावा

रायपुर, 17 जून। भारत अगले साढ़े तीन वर्षों में हिंदू राष्ट्र बन जाएगा, विभाजन के बाद का भारत मानवाधिकार की सीमा में, हिन्दू राष्ट्र के रूप में घोषित न करना शासन व राजनीतिक दलों की दिशाहीनता है-उक्त बातें शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कही हैं। राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के तहत रायपुर के पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में धर्म सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमने सोच-समझकर ही कहा है कि भारत साढ़े तीन वर्षों में भारत हिन्दू राष्ट्र बन जाएगा। आप समीक्षा कीजिए, देखते रहिए और सहभागिता का परिचय दीजिए। धर्म सभा में राजनेताओं पर भी उन्होंने तीखी टिप्पणी की और कहा कि भारत में नेता धर्म और नीति को नहीं समझते। देश में राजनेताओं की कमी नहीं है लेकिन राजनीति की परिभाषा से वे परिचित नहीं हैं, जिन राजनेताओं को राजनीति की परिभाषा का भी ज्ञान नहीं है, उनसे हम क्या उम्मीद रख सकते हैं कि वे देश को प्रतिष्ठित, सुरक्षित, संपन्न, सीमा परायण समाज की संरचना करेंगे? उन्माद का नाम, सत्ता भोग का नाम, फुट डालो राज करो की कूटनीति का नाम राजनीति नहीं है बल्कि राजनीति का अर्थ होता है नीतियों में सर्वोत्कृष्ट, जिसके द्वारा व्यक्ति और समाज को सुबुद्ध, स्वावलंबी व सुसंस्कृत बनाया जा सके। उन्माद, अदूरदर्शिता का नाम राजनीति नहीं है। महाभारत, मत्स्य पुराण, अग्नि पुराण में कहा गया है कि राजनीति का दूसरा नाम है राजधर्म। नीति और धर्म पर्यावाची शब्द हैं। हिंदू आज कहने लगे हैं, पहले तो सनातनी ही कहते थे। सनातनी, वैदिक, आर्य, हिंदू चारों का प्रयोग कर सकते हैं। हिंद महासागर, हिंदकुट, हिंदी, हिंदू ये सब प्राचीन शब्द हैं। पुराण, ऋग्वेद में भी हिंदू शब्द का प्रयोग है।