अफसर और टीचर्स ग्रुप में शिक्षा अधिकारी ने अश्लील वीडियो किया पोस्ट, फिर लिखा दूसरा आदमी मोबाइल पकड़ा था, मचा हड़कंप तो एसडीएम ने भेजा शोकॉज
नारायणपुर, 24 सितम्बर। मर्यादा की सीख देने वाले शिक्षा विभाग के अफसर ही अगर अश्लीलता करने लगे तो…?
मामला नारायणपुर का है, जहां विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने अपने अफसरों के ग्रुप में ही अश्लील वीडियो भेज दिया। नारायणपुर में एजुकेशन स्कूल ग्रुप में इस वीडियो के डलते ही कोहराम मच गया। इस ग्रुप में न सिर्फ पुरूष बल्कि महिला अधिकारी भी मौजूद हैं, लिहाज़ा ग्रुप में वीडियो डलने के बाद मामला उच्च अधिकारी तक भी पहुंचा लेकिन अभी तक कोई भी करवाई नहीं हुई है। ये वो विभाग है, जहां बच्चों को नैतिकता की सीख दी जाती है, अफसरों पर ये जिम्मेदारी होती है कि वो स्कूलों में मर्यादा के मापदंड को बनाये रखें।
दरअसल 15 सितम्बर को शिक्षा विभाग के अफसरों के ग्रुप में बीईओ खेमेश्वर पाणिग्रही ने एक पोर्न वीडियो पोस्ट किया। रात करीब 9 बजकर 52 मिनट पर ये वीडियो पोस्ट किया गया। अश्लील वीडियो डलते ही खलबली मची तो आनन फानन में पाणिग्रही ने एक मैसेज डाल दिया और लिखा – sorry dusara aadami mera mobile pakada tha..। इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद मामले को रफा दफा करने की तैयारी शुरू हो गयी है। SDM की तरफ से शो कॉज BEO को भेजा गया है, जिसका जवाब अब तक SDM को नहीं मिला है।
कमाल की बात ये है कि अगर दूसरे व्यक्ति ने मोबाइल पकड़ा भी था, तो मोबाइल में अश्लील वीडियो कहां से आया? अगर मोबाइल में ही अश्लील वीडियो था तो फिर BEO जैसे जिम्मेदार अधिकारी ने मोबाइल में ऐसे वीडियो को क्यों रखा क्यों?
SDM दिनेश कुमार नाग ने BEO को शो कॉज भेजकर आज तक जवाब मांगा है, हालांकि अभी तक SDM में पास जवाब तो पहुंचा नहीं है, लेकिन शो कॉज का जवाब सोशल मीडिया में जरूर वायरल हो गया है। SDM दिनेश कुमार ने बताया कि मैंने जवाब मांगा है, जो अभी तक हमारे कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है। आज तक का वक़्त नोटिस के जवाब का है, जवाब आते ही इस मामले की रिपोर्ट कलेक्टर सर को दी जाएगी। निश्चित ही बड़ी कार्रवाई होगी, हालांकि कार्रवाई का अधिकार क्षेत्र कलेक्टर सर का है।
जानकारी मिली है कि एसडीएम को भेजे गए स्पष्टीकरण पत्र में पाणिग्रही ने लिखा है कि वो अधिकारीगण के साथ भोजन कर रहे थे, उसके बाद मोबाइल रखकर शौचालय गए थे यानि महज 2 मिनट के अंदर वह पूरी प्रक्रिया निपटा कर आ गए और किसी अन्य ने उनके मोबाइल से मैसेज डाल दिया। बाद में उन्होंने पत्र में इसके लिए शिक्षकों को दोषी ठहराया है जबकि उनके साथ संयुक्त संचालक कार्यालय के अधिकारीगण भोजन करने बैठे थे जैसा कि उन्होंने अपने पत्र में जिक्र किया है और सबसे बड़ी बात उनके मोबाइल में इस प्रकार का अश्लील वीडियो था, जो उनके द्वारा ही गलती से डाला गया था क्योंकि यदि वीडियो होता ही नहीं तो वीडियो ग्रुप में सेंड भी नहीं होता। खैर कार्रवाई जो भी हो, यह मामला पूरे प्रदेश के शिक्षा विभाग में जमकर चर्चा में है।