नेशनल इनोवेशन फेस्ट 2.0 में बी. आई. टी., दुर्ग का उत्क्रष्ट प्रदर्शन

नेशनल इनोवेशन फेस्ट 2.0 में बी. आई. टी., दुर्ग का उत्क्रष्ट प्रदर्शन


दुर्ग 2 दिसंबर । नवाचार को बढ़ावा देने के लिए, शासकीय एवं निजी संस्थानो द्वारा अपने छात्रों में इनोवेसन स्किल को डेवेलप करने के लिए विभिन्न स्तर पर प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में मध्य भारत में AICTE New Delhi के सहयोग से बी. आई. टी. दुर्ग में IDEA LAB की स्थापना की गयी है। जिसमें राज्य स्तर पर विभिन्न संकाय एवं कोर्स के छात्र एवं छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसी क्रम में बी. आई. टी. के छात्रों ने डॉ. पवन कुमार पटनायक के सफल नेतृत्व में रायगढ़ में नवाचार को बढ़ावा देने की उद्देश्य से ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित नेशनल इनोवेशन फेस्ट 2.0 के कार्यक्रम में भाग लिया । कार्यक्रम का आयोजन 28 – 29 नवम्बर को किया गया | जिसमे बी.आई.टी. दुर्ग के 16 टीमो ने भाग लिया प्रतिभागियो के साथ बी. आई. टी. दुर्ग के प्रधापक प्रो. कौलेश्वर प्रसाद, प्रो. मनोज साव, प्रो. अनुपम अग्रवाल एवं प्रो. उमा पी. बाला राजू ने रायगढ़ में आयोजित कार्यक्रम का हिस्सा बने | इस कार्यक्रम का आयोजन ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी, रायगढ़ इंस्टीट्यूशन इन्नोवेशन काउंसिल, मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी ,O P Jindal University, Raigarh छत्तीसगढ़ स्टेट स्किल डेवलपमेंट अथॉरिटी के संयुक्त प्रयास द्वारा किया गया, जिसमे संस्था के टीम का प्रदर्शन उत्कष्ट रहा और बी. आई. टी. दुर्ग को बस इनोवेशन रिकॉग्नाइज अवार्ड प्राप्त हुआ | यह अवार्ड छात्रों को नवाचार की तरफ प्रेरित करने एवं मुलभुत संरचना के विकास के लिए प्रदान किया गया, इस पुरस्कार के अलावा प्रतिभागी टीम में टीम फिन्डली, टीम लीडर हर्षजोत, टीम फार्म वर्करस टीम लीडर मित वर्मा और टीम धरोहर टीम लीडर अदिबा नूर को क्रमश प्रथम, सांत्वना एवं चतुर्थ पुरस्कार प्राप्त हुआ । संस्थान की इस उपलब्धि पर संस्थान के संचालक डॉ. अरुण अरोरा एवं प्राचार्य डॉ. मोहन कुमार गुप्ता ने बधाई प्रेषित किया और छात्रों को उत्साहित करने के लिए भविष्य में होने वाली प्रतियोगितायो में भाग लेने की लिया प्रेरित किया |

विदित हो की बी. आई. टी. आईडिया लैब द्वारा छात्रों के आईडिया को प्रोडक्ट में रूपांतरित करने की लिया फण्ड की व्यवस्था भी करता है जिसमे अभी 100 से ज्यादा प्रोटो टाइप का निर्माण किया जा चुका है एवं 10 पेटेंट भी प्रेषित किये जा चुके है