भिलाई नगर 17 जनवरी । बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ द्वारा विगत दो दशक से इंसेंटीव रिवार्ड में संशोधन नही करने का मामला मुख्य श्रम आयुक्त , दिल्ली के समक्ष उठाया गया था । जिस पर संज्ञान लेकर मुख्य श्रमायुक्त ने उप मुख्य श्रम आयुक्त रायपुर को छानबीन करने तथा उचित कारवाई करने का आदेश दिया है । यूनियन ने अपने पत्र में सेल अध्यक्ष, मुख्य श्रम आयुक्त से सेल गैर कार्यपालक कर्मचारियो के इंसेंटीव रिवार्ड राशी मे संशोधन का माँग किया था ।
यह आश्चर्य की विषय ऐसे भी है कि विगत 18 वर्षो में भिलाई इस्पात संयंत्र की उत्पादन क्षमता, लेबर प्रोडक्टिविटी, मुनाफा आदि में कई गुणा वृद्धि हुई है तो मैन पावर में भी कई गुणा कमी हुई है । जिसको निम्नलिखित आँकड़ो से समझा जा सकता है —
वित्त वर्ष 2006—07
क्रुड स्टील प्रोडक्शन (बीएसपी) — 4.79 एमटी
क्रुड स्टील प्रोडक्शन(सेल )- 13.51 एमटी
लेबर प्रोडक्टिविटी(BSP)– 200 टीसीएस/कर्म./वर्ष
गैर कार्यपालक कर्मचारियों की संख्या(बीएसपी):-31347(01/04/2007)
गैर कार्यपालक कर्मचारियों की संख्या(सेल)- 117605(01/04/2007)
वित्त वर्ष 2023—24
क्रुड स्टील प्रोडक्शन (बीएसपी) — 5.67 एमटी
क्रुड स्टील प्रोडक्शन (सेल)— 19.2 एमटी
लेबर प्रोडक्टिविटी (बीएसपी)—- 626 टीसीएस/कर्म./वर्ष
लेबर प्रोडक्टिविटी (सेल)– 579 टीसीएस/कर्म./वर्ष
गैर कार्यपालक कर्मचारियों की संख्या(बीएसपी):-12540 (01/04/2024)
गैर कार्यपालक कर्मचारियों की संख्या(सेल):-45700(01/04/2024)
उपरोक्त आँकड़ो से ही साफ है कि विगत 18 वर्षो मे भिलाई इस्पात संयंत्र के गैर कार्यपालक कर्मचारियों ने अपनी कर्मठता तथा लगनशीलता के बदौलत उत्पादन मे लगातार वृद्धि किया है , तो दूसरी तरफ कम होते मैनपावर का बावजुद उत्पादन को बढ़ाया है । उसका एक प्रमाण विगत 18 वर्षो में , लेबर प्रोडक्टिविटी में 189.5% की वृद्धि देखा जा सकता है । वित्त वर्ष 2006—07 में सेल स्तर की लेबर प्रोडक्टिविटी 200 टन क्रुड स्टील प्रति एम्पलाई प्रति वर्ष थी जो वित्त वर्ष 2023—24 मे 189.5% से बढ़कर , 579 टन क्रुड स्टील प्रति एम्पलाई प्रति वर्ष हो गई है । वित्त वर्ष 2024—25 मे 600 टीसीएस/कर्म./वर्ष के पार होने की संभावना है ।
उत्पादन मे लगातार सतत वृद्धि , सेल तथा भिलाई इस्पात संयंत्र मे कार्यरत गैर कार्यपालक कार्मिको के लगन तथा विशिष्ट कार्यशैली को प्रदर्शित कर रहा है । चुँकी सभी उत्पादन प्रक्रिया को पूर्ण करने की जिम्मेदारी गैर कार्यपालक कार्मिको के हाथो में ही होती है , इसलिए, यूनियन ने माँग किया है कि गैर कार्यपालक कार्मिकों के मनोबल तथा आर्थिक स्थिति को मजबुत करने के लिए इंसेंटीव रिवार्ड फॉर्मुले को बदला जाय ।
वर्ष 2007 में इंसेंटिव को तय करने हेतु बनाया गया अन्य पैरामिटर
1 विभाग का प्रदर्शन
2.संयंत्र का प्रदर्शन
उपरोक्त दोनो मानको में भी बीएसपी तथा उसके सभी विभाग प्रतिमाह रिकॉर्ड प्रदर्शन कर रहे है ।