भूविज्ञान में रोजगार की अपार संभावनाएं-अमित सोनी, डॉ प्रज्ञा सिंह हुईं सम्मानित

भूविज्ञान में रोजगार की अपार संभावनाएं-अमित सोनी, डॉ प्रज्ञा सिंह हुईं सम्मानित


🔴साईंस कालेज दुर्ग में भूविज्ञान परिषद का गठन

दुर्ग, 02 सितंबर। भूविज्ञान में रोजगार की अपार संभावनाए है, विद्यार्थियों को प्रदेश एवं देश के हित में भूविज्ञान विषय में कड़ी मेहनत करनी चाहिए। ये उद्‌गार भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) रायपुर डिविजन के डायरेक्टर अमित सोनी ने व्यक्त किये। श्री सोनी शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के भूविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित भूविज्ञान परिषद के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बड़ी संख्या में उपस्थित भूविज्ञान के छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। महाविद्यालय के रवीन्द्रनाथ टैगोर सभागार में श्री सोनी ने छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले किटिकल खनिजों तथा उनके महत्व पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उपस्थित विद्यार्थियों ने अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने भूविज्ञान विभाग की गतिविधियों की प्रशंसा करते हुये कहा कि भूविज्ञान विषय फील्ड पर आधारित विज्ञान है। विद्यार्थियों को भूविज्ञान के महत्व को जानते हुए सैध्दांतिक ज्ञान के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा फील्ड का अनुभव आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए भूविज्ञान के प्राध्यापक डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने भूविज्ञान परिषद के गठन एवं उसके महत्व की जानकारी दी। प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने सत्र 2025-26 हेतु मनोनीत भूविज्ञान परिषद के पदाधिकारियों को शपथ दिलायी। इन पदाधिकारियों ने अध्यक्ष कु. रूचि देशमुख, उपाध्यक्ष कु. दीपा साहू, सचिव श्र धर्मेश कुमार तथा सहसचिव कु. झलक मिश्रा शामिल थे।

भूगर्भशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. एस.डी. देशमुख ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भूविज्ञान परिषद के गठन का मुख्य उद्देश्य विभागीय गतिविधियों का सुचारू रूप से संचालन करना है। डॉ. देशमुख ने 1982 में भूविज्ञान विभाग की स्थापना से लेकर आज तक के सफर की उपलब्धियों का विवरण दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. ए.के. खान तथा अभिनेष सुराना, डॉ. जी.एस. ठाकुर, डॉ. सतीष सेन तथा डॉ. अम्बरीश त्रिपाठी एवं डॉ. इन्द्रजीत साकेत उपस्थित थे। सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान के साथ आरंभ हुये कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत डॉ. एस.डी. देशमुख, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ. इन्द्रजीत साकेत, दिनेश मिश्रा एवं कु. फाल्गुनी साहू ने किया। इस अवसर पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किये गये। भूविज्ञान विभाग के गौरव भूतपूर्व छात्र डॉ. विकास स्वर्णकार को पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर ने सहायक प्राध्यापक के पद पर चयनित होने पर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार भूविज्ञान विभाग की भूतपूर्व छात्रा डॉ. प्रज्ञा सिंह को आगामी 5 सितम्बर को नई दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार हेतु चयनित होने पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

भूविज्ञान परिषद द्वारा आयोजित निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। भूविज्ञान की स्नातकोत्तर छात्रा कु. फाल्गुनी साहू ने अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया तथा अध्यक्ष कु. रूचि देशमुख ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर आयोजित जियो अंताक्षरी प्रतियोगिता में दो टीमें बराबरी पर रही, वहीं कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम की तर्ज पर आयोजित क्विज प्रतियोगिता में बी. एससी प्रथम सेमेस्टर के 5 विद्यार्थियों की टीम प्रथम स्थान पर रही।