कैसे रुक गया पाक‍िस्‍तान को जाने वाला पानी…चिनाब नदी में जहां बहती थी धारा…

कैसे रुक गया पाक‍िस्‍तान को जाने वाला पानी…चिनाब नदी में जहां बहती थी धारा…


🛑 वहां अब नाली की तरह बह रहा पानी

सीजी न्यूज ऑनलाइन 05 मई। भारत ने पहलगाम नरसंहार के बाद पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता खत्म कर दिया है और बगलिहार डैम के गेट बंद कर दिए हैं, जिससे चिनाब नदी का पानी रुक गया है. जहां कभी पानी की लहरे बहती थी वहां अब पानी नाली की तरह बह रही है.:

जम्मू-कश्मीर के पहलागाम में हुए नरसंहार के बाद पाकिस्तान पर भारत ने कई तरह की कार्रवाई की है. पहलगाम नरसंहार के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 65 साल से चल रहे सिंधु जल समझौते को खत्म कर दिया है. भारत ने बगलिहार डैम के गेट बंद कर दिए हैं. इससे चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान की ओर बहना रुक गया है. इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते जल विवाद और तनाव को एक नया मोड़ दे दिया है. पाकिस्तान को चिनाब नदी का पानी मुख्यत: सिंचाई और पीने के लिए जरूरी है. वहीं भारत ने इस कदम को सुरक्षा और जल नीति के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण फैसला बताया है. इस फैसले के बाद अब पाकिस्तान पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसेगा.

चिनाब नदी के बीच पहुंचा है. हमने पाया कि भारत सरकार की तरफ से लिए गए फैसलों का असर अब दिखने लगा है. जिला रामबन में आज सुबह से चिनाब नदी का पानी लगातार कम होता जा रहा है. हमारी टीम चिनाब नदी के बीचोबीच तक पहुंची है. यहा पहले आना बहुत मुश्किल था और नदी की तेज लहरों के कारण इसे पार करना नामुमकिन था. बच्चों को भी नदी के किनारे आने से रोका जाता था और प्रशासन भी लगातार चेतावनी जारी करता था कि चिनाब नदी के किनारे न जाएं क्योंकि इसकी लहरें बहुत तेज होती थीं.

लेकिन आज तस्वीरें बिल्कुल अलग हैं. क्या चिनाब नदी के पानी का कम होना यह दिखाता है कि भारत सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उनका असर अब दिख रहा है? इंडस वाटर ट्रीटी के तहत आने वाली नदियों पर भारत बिजली पैदा कर सकता है और अपने नागरिकों के लिए इन प्राकृतिक जल संसाधनों का इस्तेमाल कर सकता है. पहले इस संधि के तहत सिर्फ पनबिजली बनाने की अनुमति थी. लेकिन पानी को रोका नहीं जा सकता था. वहीं अब पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने इस संधि को निलंबित कर दिया है और इसका असर दिख रहा है कि चिनाब नदी का पानी बिल्कुल कम हो गया है.

लोग नदी के किनारे आकर तस्वीरें और सेल्फी ले रहे हैं. यहां आना बहुत मुश्किल होता था, लेकिन आज लोग आसानी से आ रहे हैं और फोटोग्राफी कर रहे हैं. हालांकि लोगों को सावधानी बरतने की भी जरूरत है क्योंकि यह पानी का प्राकृतिक मार्ग है और कभी भी हादसा हो सकता है.

सूख गया पूरा इलाका

नदी के बीच बड़े-बड़े पत्थर देखें जा सकते हैं, जिनके ऊपर से चिनाब नदी की तेज लहरें गुजरती थीं. लेकिन आज यह पूरा इलाका सूख गया है और पानी का स्तर बहुत कम हो गया है. इसके परिणाम आने वाले दिनों में दिखाई देंगे, जब भारत सरकार ने चिनाब नदी के पानी को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

सिंधु जल संधि पर बढ़ा विवाद

भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि के तहत चिनाब, झेलम और सिंध नदियों का पानी पाकिस्तान को देना होता है. लेकिन भारत ने हाल ही में इस संधि की समीक्षा की बात की है, खासकर तब जब पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद का खतरा लगातार बढ़ रहा है. बगलिहार डैम से पानी रोके जाने के बाद यह कदम जल विवाद को और बढ़ा सकता है और दोनों देशों के रिश्तों में और तनाव ला सकता है.

पाकिस्तान की बौखलाहट: इशाक डार का युद्ध की धमकी

भारत द्वारा बगलिहार डैम से पानी रोकने के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया तीव्र रही है. पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कहा कि यदि भारत सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के पानी के साथ कोई छेड़छाड़ करता है, तो यह युद्ध के समान होगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह 24 करोड़ पाकिस्तानी नागरिकों की जिंदगी का मामला है और पाकिस्तान इस पर माकूल जवाब देगा. डार ने बताया कि उन्होंने सऊदी अरब, यूएई, चीन, तुर्की समेत कई देशों के विदेश मंत्रियों से बात कर पाकिस्तान का पक्ष रखा है.