हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की स्नातक बीएससी रेगुलर एवं प्राइवेट ऑनलाइन परीक्षा कल से, 39 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल, उत्तर पुस्तिका जमा करते समय प्रवेश पत्र लाना होगा अनिवार्य
दुर्ग 15 अप्रैल । हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की स्नातक स्तर की बीएससी, बीएससी होमसाइंस तथा बीएससी बीएड की रेगुलर एवं प्राइवेट परीक्षार्थियों की ऑनलाइन परीक्षा 16 अप्रैल से आरंभ होगी । यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के परीक्षा उपकुलसचिव, डाॅ. राजमणि पटेल ने बताया कि 16 अप्रैल से आरंभ होने वाली बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा में 9115 परीक्षार्थी रेगुलर तथा 5599 प्राइवेट परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसी प्रकार बीएससी द्वितीय वर्ष में 7924 परीक्षार्थी रेगुलर, तथा 4327 परीक्षार्थी प्राइवेट रूप से बैठेंगे। बीएससी तृतीय वर्ष में 8899 रेगुलर तथा 3213 प्राइवेट परीक्षार्थी शामिल होंगे। इस प्रकार 16 अप्रैल से आरंभ होने वाली बीएससी की परीक्षाओं में कुल 39077 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इन विद्यार्थियों की परीक्षाएं 09 मई तक आयोजित होंगी।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने बताया कि बीएससी की परीक्षा में शामिल होने वाले सभी रेगुलर एवं प्राइवेट विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रों से उत्तर पुस्तिकाए उपलब्ध करा दी गई है। विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग द्वारा बीएससी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के परीक्षार्थियों हेतु प्रातः 7ः00 बजे हिन्दी भाषा का प्रश्नपत्र विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जायेगा। विद्यार्थी इन प्रश्न पत्रों को हल करके उसी दिन दोपहर 12ः00 से 3ः00 बजे के मध्य अपने संबंधित परीक्षा केन्द्रों में उत्तर पुस्तिकाएं जमा कर सकते हैं। उत्तर पुस्तिका जमा करते समय परीक्षार्थी को अपना परीक्षा प्रवेश पत्र साथ लाना अनिवार्य होगा । विश्वविद्यालय की कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा, कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने कल से आरंभ होने वाली परीक्षा में शामिल होने वाले समस्त रेगुलर एवं प्राइवेट परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि 09 अप्रैल को समाप्त प्राइवेट स्नातकोत्तर परीक्षाओं की एक लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाए मूल्यांकन हेतु विश्वविद्यालय मूल्यांकन केन्द्र में प्राप्त हो चुकी है। इनमें से अधिकांश उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन हेतु विषेषज्ञ प्राध्यापकों को प्रेषित की जा चुकी हैं। इस बार मूल्यांकनकर्ताओ के पारिश्रमिक का भुगतान आरटीजीएस माध्यम से किया जायेगा। इस वर्ष लगभग 33 हजार परीक्षार्थी स्नातकोत्तर प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा में शामिल हुए है।