सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 6 फरवरी। जौनपुर में गोमती किनारे उगाई जा रही मूली की लम्बाई के सामने आप बौने हो जाएंगे और स्वाद ऐसा कि जुबान पर चढ़ जाए। और तो और स्वादिष्ट होने के साथ साथ ये मूली स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही गुणकारी है।
आपको बता दें कि जौनपुरी मूली नेवार की प्रजाति है जो चार से छह फीट तक लंबी हो सकती है। इसकी वजह गोमती नदी है जो जौनपुर के कुछ गांवों के करीब है और इस कारण वहां सिंचाई के साधन बहुतायत हैं।

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में 6 फीट लंबी मूली पैदा होती है, कभी-कभी लंबाई इतनी होती है कि आदमी भी छोटे पड़ जाते हैं।
जौनपुर की मूलियाँ बहुत बडी़ और स्वादिष्ट होने के साथ साथ ये स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही गुणकारी है। जौनपुर शहर गोमती नदी के किनारे बसा है। गोमती से सटे करीब 10-12 गांव हैं जहां अपनी भौगोलिक परिस्थिति की वजह से स्पेशल मूली उग पाती है जिसकी मोटाई 2.5 इंच होती है, यहां की मूली सिर्फ लंबाई-चौड़ाई के लिए ही फेमस नहीं बल्कि इसका अपना स्वाद भी काफी लाजवाब है। बाजार में मिलने वाली मूली की अपेक्षा इसमें काफी मिठास होती है। यहां मूली 15 से 17 किलो तक के वजन की मिल जाती थी लेकिन अब मूली का वजन गिरकर 5 से 7 किलो की हो गया है। अपने गुणों की कारण यहां की मूली अब देश के कई हिस्सों में उगाई जाने लगी है लेकिन अभी भी जौनपुर और आस-पास के क्षेत्रों में होने वाली मूली भौगौलिक गुणों की वजह से सबसे खास है।

आपको बता दें कि जौनपुर की इस मूली की प्रसिद्धि दूसरे देशों तक है। अब इस खास प्रजाति की मूली को किसान बोना पसंद नहीं कर रहे हैं। मनमाफिक दाम न मिलने की वजह से किसान अब जल्दी पैदा होने वाली हाइब्रिड प्रजाति की मूली का उत्पादन कर रहे हैं जिसके कारण जिले की पहचान के रूप में स्थापित नेवार प्रजाति की मूली का उत्पादन सीमित हो चुका है। इस मूली को उगने में 100 दिन से ज्यादा का समय लगता है वहीं वजन और आकार में बड़े होने के कारण छोटे परिवार के लोग इसे कम लेना पसंद करते हैं इसलिए अब यह मूली केवल प्रदर्शनी में ही दिखाई देती है। नेवार प्रजाति की मूली जौनपुर में ही हो सकती है।