चार साल की बेटी की बलि, पिता ने बाबा के साथ मिलकर घटना को दिया अंजाम, जादू-टोने के जरिए कर रहे थे बीमारी का इलाज


चार साल की बेटी की बलि, पिता ने बाबा के साथ मिलकर घटना को दिया अंजाम, जादू-टोने के जरिए कर रहे थे बीमारी का इलाज

नई दिल्ली, 12 अगस्त। पिता ने किसी कथित रस्म को पूरा करने के लिए अपनी ही बेटी की बलि दे दी। पुलिस ने पिता और टोटका बताने वाले बाबा दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। 

पुलिस के अनुसार, दोनों ने कथित तौर पर लड़की की गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके शरीर को सिंगलो नदी में फेंक दिया। असल में यह पूजा किसी अज्ञात बीमारी को ठीक करने के लिए की जा रही थी, जिसके लिए एक बच्चे की बलि देना जरूरी था। असम के चराईदेव जिले में घटित इस घटना में पिता ने एक बाबा के साथ मिलकर जादू-टोना करते हुए अपनी चार साल की बच्ची की जान ले ली।

पुलिस ने बताया, “दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बोगधर, खुद को बाबा बताने वाले व्यक्ति ने सपना देखा था कि उसे कोई बीमारी है, जिसे केवल एक बच्चे के बलिदान से ही ठीक किया जा सकता है। उसने बच्ची के पिता को यह बात बताई जिसके बाद पिता ने बलिदान की रस्म के लिए अपने बच्चे की पेशकश करके उसकी मदद करने का फैसला किया।”

पीड़िता के पिता अंता मुंडा (54 वर्ष) और बोगधर दोनों इलाके के सफारी चाय बागान में काम करते हैं। दोनों एक दूसरे के काफी करीब माने जाते हैं और पीड़िता का पिता बोगधर के घर में पार्ट टाइम काम किया करता था। पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी सबसे पहले लड़की की बहन ने दी। तब तलाशी अभियान चलाया गया और पीड़िता का शव पास की एक नदी में मिला। पुलिस टीम को नदी के किनारे से बच्चे के कपड़े और धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़े कुछ अन्य सामान भी मिले। पुलिस ने बताया, “शरीर और अन्य वस्तुओं की बरामदगी से हमें संदेह हुआ कि यह जादू टोना या बलि का मामला हो सकता है। हमारी टीमों ने कई लोगों से पूछताछ की और अंता और बोगधर को बच्चे की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।