50000 हज़ार की रिश्वत लेते हुए एसडीएम सहित चार कर्मचारी रंगे हाथ पकड़े गए, एसीबी टीम ने किया गिरफ्तार

50000 हज़ार की रिश्वत लेते हुए एसडीएम सहित चार कर्मचारी रंगे हाथ पकड़े गए, एसीबी टीम ने किया गिरफ्तार


सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क 22 जून । एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा शुक्रवार को उदयपुर SDM बीआर खांडे सहित कार्यालय के 4 कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने विचाराधीन मामले में फैसला सुनाने के लिए प्रार्थी से 50 हजार रुपए मांगे थे।

बाबू धर्मपाल
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 7 मई 2024 को पीड़ित कन्हाई राम बंजारा निवासी ग्राम जजगा वार्ड नं 13 सरगुजा के द्वारा एसीबी अंबिकापुर में शिकायत दर्ज कराई थी। ग्राम जजगा स्थित भूमि खसरा नं. 69/31 70/1 एवं 1004/8 रकबा कमशः 0.251, 0.635 एवं 0.243 हेक्टे. जमीन उसके तथा परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर है और कई वर्षों से मकान वहीं रह रहे हैं। किन्तु उसके बड़े पिता द्वारा जमीन को केवल अपने नाम पर दर्ज कराने हेतु तहसील में आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिस पर प्रार्थी द्वारा आपत्ति दर्ज की गयी थी । तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर के द्वारा प्रार्थी के बड़े पिता, तथा अन्य परिजनों के नाम पर राजस्व रिकार्ड दुरूस्त किये जाने हेतु 21.09.2022 को आदेश किया गया था। उक्त आदेश के उपरांत प्रार्थी के बड़े पिता के द्वारा पुनः 09.11.2022 को एसडीएम उदयपुर के पास आदेश 21.09. 2022 के विरूद्ध अपील प्रस्तुत किया गया था जिसके संबंध में प्रकरण लंबित है। उक्त प्रकरण में उसके तथा उसके अन्य परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के एवज में एसडीएम उदयपुर बी.आर. खाण्डे के द्वारा 50000 रूपये रिश्वत के रूप में मांग की गई थी। एसीबी इकाई अंबिकापुर को शिकायत प्राप्त होने पर शिकायत का सत्यापन कराये जाने पर शिकायतकर्ता की शिकायत सही पायी गयी तथा एसडीएम उदयपुर बी.आर. खाण्डे को रिश्वती रकम लेते वक्त पकड़ने की योजना बनायी गयी। 21 जून को प्रार्थी को आरोपी एसडीएम को रिश्वती रकम देने हेतु एसडीएम कार्यालय उदयपुर शाम करीब 06:00 बजे भेजा गया । जिस पर प्रार्थी द्वारा रिश्वत लेन देन के संबंध में एसडी

भृत्य अबीर राम

एम से चर्चा करने पर एसडीएम के द्वारा रिश्वती रकम 50000 रूपये को अपने बाबू धरमपाल को लेने हेतु कहा गया जिस पर धरमपाल के द्वारा भृत्य अबीर राम को रकम को अपने पास रख लेने हेतु कहा गया। जिसे अबीर राम ने अपने हाथों में ले लिया तथा रकम लेने के पश्चात वह एसडीएम के पास जाकर बोला कि प्रार्थी कन्हाई राम से रकम 50000 रूपये उसने प्राप्त कर लिया है तो एसडीएम द्वारा कहा गया कि उस रकम को गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दे। जिस पर भृत्य द्वारा रकम एसडीएम के गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दिया गया। इसी दौरान पहले से मुस्तैद एसीबी की टीम द्वारा त्वरित ट्रेप कार्यवाही कर रकम को बरामद कर लिया गया तथा एसडीएम बी. आर. खाण्डे उनके बाबू, भृत्य एवं नगर सैनिक कविनाथ सिंह को अभिरक्षा में ले लिया गया ।प्राप्त जानकारी के मुताबिक 7 मई 2024 को पीड़ित कन्हाई राम बंजारा निवासी ग्राम जजगा वार्ड नं 13 सरगुजा के द्वारा एसीबी अंबिकापुर में शिकायत दर्ज कराई थी। ग्राम जजगा स्थित भूमि खसरा नं. 69/31 70/1 एवं 1004/8 रकबा कमशः 0.251, 0.635 एवं 0.243 हेक्टे. जमीन उसके तथा परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर है और कई वर्षों से मकान वहीं रह रहे हैं। किन्तु उसके बड़े पिता द्वारा जमीन को केवल अपने नाम पर दर्ज कराने हेतु तहसील में आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिस पर प्रार्थी द्वारा आपत्ति दर्ज की गयी थी ।

तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर के द्वारा प्रार्थी के बड़े पिता, तथा अन्य परिजनों के नाम पर राजस्व रिकार्ड दुरूस्त किये जाने हेतु 21.09.2022 को आदेश किया गया था। उक्त आदेश के उपरांत प्रार्थी के बड़े पिता के द्वारा पुनः 09.11.2022 को एसडीएम उदयपुर के पास आदेश 21.09. 2022 के विरूद्ध अपील प्रस्तुत किया गया था जिसके संबंध में प्रकरण लंबित है। उक्त प्रकरण में उसके तथा उसके अन्य परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के एवज में एसडीएम उदयपुर बी.आर. खाण्डे के द्वारा 50000 रूपये रिश्वत के रूप में मांग की गई थी। एसीबी इकाई अंबिकापुर को शिकायत प्राप्त होने पर शिकायत का सत्यापन कराये जाने पर शिकायतकर्ता की शिकायत सही पायी गयी तथा एसडीएम उदयपुर बी.आर. खाण्डे को रिश्वती रकम लेते वक्त पकड़ने की योजना बनायी गयी। 21 जून को प्रार्थी को आरोपी एसडीएम को रिश्वती रकम देने हेतु एसडीएम कार्यालय उदयपुर शाम करीब 06:00 बजे भेजा गया । जिस पर प्रार्थी द्वारा रिश्वत लेन देन के संबंध में एसडीएम से चर्चा करने पर एसडीएम के द्वारा रिश्वती रकम 50000 रूपये को अपने बाबू धरमपाल को लेने हेतु कहा गया जिस पर धरमपाल के द्वारा भृत्य अबीर राम को रकम को अपने पास रख लेने हेतु कहा गया। जिसे अबीर राम ने अपने हाथों में ले लिया तथा रकम लेने के पश्चात वह एसडीएम के पास जाकर बोला कि प्रार्थी कन्हाई राम से रकम 50000 रूपये उसने प्राप्त कर लिया है तो एसडीएम द्वारा कहा गया कि उस रकम को गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दे। जिस पर भृत्य द्वारा रकम एसडीएम के गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दिया गया। इसी दौरान पहले से मुस्तैद एसीबी की टीम द्वारा त्वरित ट्रेप कार्यवाही कर रकम को बरामद कर लिया गया तथा एसडीएम बी. आर. खाण्डे उनके बाबू, भृत्य एवं नगर सैनिक कविनाथ सिंह को अभिरक्षा में ले लिया गया ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 7 मई 2024 को पीड़ित कन्हाई राम बंजारा निवासी ग्राम जजगा वार्ड नं 13 सरगुजा के द्वारा एसीबी अंबिकापुर में शिकायत दर्ज कराई थी। ग्राम जजगा स्थित भूमि खसरा नं. 69/31 70/1 एवं 1004/8 रकबा कमशः 0.251, 0.635 एवं 0.243 हेक्टे. जमीन उसके तथा परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर है और कई वर्षों से मकान वहीं रह रहे हैं। किन्तु उसके बड़े पिता द्वारा जमीन को केवल अपने नाम पर दर्ज कराने हेतु तहसील में आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिस पर प्रार्थी द्वारा आपत्ति दर्ज की गयी थी । तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर के द्वारा प्रार्थी के बड़े पिता, तथा अन्य परिजनों के नाम पर राजस्व रिकार्ड दुरूस्त किये जाने हेतु 21.09.2022 को आदेश किया गया था। उक्त आदेश के उपरांत प्रार्थी के बड़े पिता के द्वारा पुनः 09.11.2022 को एसडीएम उदयपुर के पास आदेश 21.09. 2022 के विरूद्ध अपील प्रस्तुत किया गया था। जिसके संबंध में प्रकरण लंबित है। उक्त प्रकरण में उसके तथा उसके अन्य परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के एवज में एसडीएम उदयपुर बी.आर. खाण्डे के द्वारा 50000 रूपये रिश्वत के रूप में मांग की गई थी। एसीबी इकाई अंबिकापुर को शिकायत प्राप्त होने पर शिकायत का सत्यापन कराये जाने पर शिकायतकर्ता की शिकायत सही पायी गयी तथा एसडीएम उदयपुर बी.आर. खाण्डे को रिश्वती रकम लेते वक्त पकड़ने की योजना बनायी गयी। 21 जून को प्रार्थी को आरोपी एसडीएम को रिश्वती रकम देने हेतु एसडीएम कार्यालय उदयपुर शाम करीब 06:00 बजे भेजा गया । जिस पर प्रार्थी द्वारा रिश्वत लेन देन के संबंध में एसडीएम से चर्चा करने पर एसडीएम के द्वारा रिश्वती रकम 50000 रूपये को अपने बाबू धरमपाल को लेने हेतु कहा गया जिस पर धरमपाल के द्वारा भृत्य अबीर राम को रकम को अपने पास रख लेने हेतु कहा गया। जिसे अबीर राम ने अपने हाथों में ले लिया तथा रकम लेने के पश्चात वह एसडीएम के पास जाकर बोला कि प्रार्थी कन्हाई राम से रकम 50000 रूपये उसने प्राप्त कर लिया है तो एसडीएम द्वारा कहा गया कि उस रकम को गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दे। जिस पर भृत्य द्वारा रकम एसडीएम के गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दिया गया। इसी दौरान पहले से मुस्तैद एसीबी की टीम द्वारा त्वरित ट्रेप कार्यवाही कर रकम को बरामद कर लिया गया तथा एसडीएम बी. आर. खाण्डे उनके बाबू, भृत्य एवं नगर सैनिक कविनाथ सिंह को अभिरक्षा में ले लिया गया ।