महिला मरीज ने दुर्ग के डॉक्टर को डरा धमका बनाया ठगी का शिकार, 2 साल की अवधि में प्राप्त किए 18 लाख, दुर्ग पुलिस में राजस्थान से किया गिरफ्तार

महिला मरीज ने दुर्ग के डॉक्टर को डरा धमका बनाया ठगी का शिकार, 2 साल की अवधि में प्राप्त किए 18 लाख, दुर्ग पुलिस में राजस्थान से किया गिरफ्तार


दुर्ग 29 अगस्त। थाना मोहन नगर क्षेत्र के अंतर्गत महिला पुलिस अधिकारी बनकर घटना को अंजाम देने वाली महिला आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। लगातार 2 वर्षों तक डरा-धमका कर प्रार्थी से 18 लाख रूपये का डिजिटल ट्रांजैक्शन करवा लिया था । बलात्कार के मामले की शिकायत व वीडियो उपलब्ध होने का डर दिखा पीड़ित से वसूली की गई थी । उगाही के रुपयों से आरोपी ने स्वयं के भौतिक सुख के लिए बनाए गए मकान एवं अन्य सुविधाओं में खर्च किए थे। आरोपिया के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, सीम कार्ड, ए.टी.एम. कार्ड व बैंक पास बुक बरामद कर लिया गया है ।

मोहन नगर पुलिस ने बताया कि प्रार्थी डॉ. सत्यदेव खिचरीया निवासी कातुलबोर्ड दुर्ग के द्वारा 18 मई 2022 को लिखित शिकायत दिया गया था कि किसी अज्ञात महिला के द्वारा उसके साथ फोन पर दोस्ती करके बाद में अपने आप को एसीपी होना बताते हुये कुछ महिलाओं के द्वारा उसके विरूद्ध बलात्कार की शिकायत किया गया है, वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर अपने फोन पे खाते में तकरीबन 18 लाख रूपये जमा करवाया गया है कि रिपोर्ट पर थाना मोहन नगर में उक्त अज्ञात महिला के विरूद्ध अपराध क्रमांक- 170/ 2022 धारा 384, 507 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक के. के. वाजपेयी के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू एवं थाना की एक संयुक्त टीम द्वारा प्रार्थी से अज्ञात महिला से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर फोन पे से आरोपिया के संबंध में जानकारियां प्राप्त की गई साथ ही साथ आरोपिया द्वारा इस्तेमाल किये गये मोबाईल नंबर के संबंध में भी विस्तृत तकनीकी जानकारी जुटाई गई, प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपिया रश्मि कुमावत निवासी झुंझनु राजस्थान की पहचान व उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकी। आरोपिया के संबंध में प्राप्त जानकारी के आधार पर तत्काल टीम को झुंझनु राजस्थान रवाना किया गया किंतु आरोपिया अपना स्थान परिवर्तित कर कोल्हापुर महाराष्ट्र चली गई थी । जिसे टीम द्वारा कोल्हापुर महाराष्ट्र से नोटिस के माध्यम से तलब कर पूछताछ किया गया । आरोपी महिला ने बताया कि पूर्व में कातुलबोर्ड में ही रहती थी। उसी दौरान प्रार्थी डॉ.सत्यदेव खिचरीया के पास ईलाज के लिये गई थी। उसी समय से डॉ खिचरीया का का मोबाईल नंबर सेव था । फोन के माध्यम से प्रार्थी के साथ मित्रता कर बातचीत करना बाद में पुलिस अधीकारी बनकर प्रार्थी को कुछ महिलाओं के द्वारा बलात्कार की शिकायत किया जाना एवं वीडियो भी उपलब्ध होना कह कर डरा धमका कर अश्लील गाली गुफ्तार कर फोन पे खाते के माध्यम से अलग-अलग समय पर कुल तकरीबन 18 लाख रूपये ट्रांसफर करवा लिया था। उक्त रकम को मकान बनाने, बोर करवाने व अपने ईलाज में खर्च हो जाना बताया आरोपिया ने खाते मे अभी 60,000/- रूपये जमा होना बतायी। जिससे आरोपिया के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल नंबर का सीम कार्ड, 02 नग मोबाईल फोन, ए.टी.एम. कार्ड तथा बैंक पासबुक जप्त किया गया है। अग्रिम कार्यवाही थाना मोहन नगर से की जा रही है। उक्त कार्यवाही में थाना मोहन नगर से उप निरीक्षक उमा ठाकुर, सउनि कीरेन्द्र सिंह, आरक्षक क्रांती शर्मा एसीसीयू से सउनि शमित मिश्रा, प्र. आर. चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक जावेद हुसैन, आरती सिंह, जगजीत सिंह, सनत भारती की उल्लेखनीय भूमिका रही।