पिता ने दो बेटियों को उतारा मौत के घाट, दोनों को पहले सुलाया फिर एक-एक कर दबा दिया गला
मेरठ, 17 अगस्त। पिता ने पहले 6 साल की बच्ची को मौत के घाट उतारा, उसके बाद 4 साल की बच्ची की हत्या कर दी। ये पूरी घटना मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके का है। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र के अनूपनगर फाजलपुर अंबेडकर निवासी अरुण कुमार (38 वर्ष) पुत्र तारा सिंह जाटव का अपनी पत्नी नीशू से 5 महीने से विवाद चल रहा है। इस विवाद के चलते महिला अपने पति अरुण को छोड़कर अपने मायके गांव जानी में चली गई। युवक ने पत्नी को लाने का प्रयास भी किया, लेकिन पत्नी ने पति के साथ आने से इंकार कर दिया। 13 अगस्त को अरुण अपनी ससुराल जानी गया तथा वहां से लड़ झगड़ कर अपनी 6 वर्षीय बेटी सृष्टि व 4 वर्षीय बेटी नैना को लेकर अपने घर फाजलपुर अनूपनगर में आ गया। बेटियों की हत्या को कबूल करते हुए अरुण ने पुलिस को बताया कि देर शाम ठेके पर शराब पीकर आया था। रात करीब 11 बजे अरुण ने अपनी दोनों पुत्रियों को गला दबाकर मार डाला। अरुण ने अपने घर से कुछ दूरी पर शोर मचाते हुए कहा कि मैंने बच्चों को मार दिया है और उनकी लाश कमरे में पड़ी है। अब पत्नी को भी जिंदा नहीं छोडूंगा। बाद में आरोपी फरार हो गया। इस सनसनीखेज वारदात की सूचना पर सीओ दौराला आशीष शर्मा व इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी रात में घटनास्थल पर बुलाया गया। पुलिस ने बताया कि कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और दोनों बच्चियों के शव सिंगल बेड पर पड़े हुए थे। फॉरेंसिक टीम ने जांच की तो पता चला कि गले पर निशान हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से बच्चियों की मौत होना आया है। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर का कहना है कि दोनों बेटियों की हत्या करने के बाद आरोपी अरुण पहले कई घंटे तक शव के पास ही रहा। उसके बाद रात में पैदल नानू नहर के पुल पर पहुंचा। जहां 18 फुट गहरी नहर में छलांग लगा दी लेकिन गोताखोरों ने अरुण को बचा लिया। उसके बाद अरुण हरिद्वार पहुंच गया और हरिद्वार से फिर कंकरखेड़ा पहुंचा। जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।