25 वर्ष बाद भी नगर पालिक निगम भिलाई में कर भुगतान के लिए ऑनलाइन सुविधा का अभाव, लगातार नागरिक कर रहे हैं मांग

<em>25 वर्ष बाद भी नगर पालिक निगम भिलाई में कर भुगतान के लिए ऑनलाइन सुविधा का अभाव, लगातार नागरिक कर रहे हैं मांग</em>


भिलाई नगर 26 मार्च । नगर पालिक निगम भिलाई गठन के करीब 25 वर्ष के बाद भी कर भुगतान के लिए नागरिकों को ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करा पाने में असफल रहा है। नागरिकों के द्वारा लगातार मांग करने के बावजूद निगम प्रशासन ने इस सुविधा को प्रारंभ करने में अभी तक गंभीरता भी नहीं दिखाई है। जबकि प्रदेश के अन्य नगर निगम के द्वारा यह सुविधा नागरिकों को उपलब्ध करा दी गई है।
सुनील चौरसिया समाजसेवी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सोशल फोरम एवं भूतपूर्व अध्यक्ष तालपुरी रेसिडेंट्स एसोसिएशन ने कहा कि आधुनिक संचार युग में आज भी भिलाई नगर निगम पुराने ढर्रे में अटका हुआ है। उसे ठीक करने उनमें कोई इच्छा शक्ति प्रतीत नहीं होती। बात है नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए निवासियों को जो जद्दोजहद करनी पड़ रही है जो कि निगम के लिए शर्मनाक है और लगता है कि निगम इस हेतु गंभीर नही है । वर्षों से निगम क्षेत्र के रहने वाले निवासी अपने अपने घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों आदि का प्रॉपर्टी टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकते थे परंतु इस वर्ष यह सुविधा बंद कर दी गई । जबकि प्रदेश के अन्य नगरी निकाय जैसे रिसाली, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर आदि में ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स भरने की सुविधा वेबसाइट में उपलब्ध है। श्री चौरसिया,समाजसेवी ने बताया कि वे भिलाई नगर निगम क्षेत्र में स्थित अपने एक भवन का ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा चालू होने का इंतजार करते रहे बार बार वे वेबसाइट भी देखते रहे हैं। परंतु आज तक यह सुविधा चालू नहीं हो पाई है । थक हार कर जब वे शुक्रवार को भिलाई निगम प्रोपेर्टी टैक्स भरने गए तो उनसे कैश या चेक की मांग की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास कैश या चेक नही है। उनकी राशि यूपीआई या डेबिट कार्ड स्वैपिंग से ले लें । परंतु यह सुविधा भी उपलब्ध नही होना बताया गया । वे आयुक्त से मिल कर चर्चा करना चाहते थे परंतु वे कार्यालय में उपलब्ध नही थे तो वे राजस्व अधिकारी से चर्चा कर इस संबंध में मौखिक शिकायत दर्ज कराई और वे वापस घर आ गए । जहां निगम टैक्स वसूली के लिए बड़े बड़े अभियान चला रही है वही टैक्स भरने में हो रही दिक्कत के प्रति आँखे मूंदे बैठी है, जिसमे तत्काल सुधार होनी चाहिए ।