नो एंट्री टाइम में भारी वाहनों का टाउनशिप में प्रवेश, दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण – सीटू

नो एंट्री टाइम में भारी वाहनों का टाउनशिप में प्रवेश, दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण – सीटू


🛑 ईडी वर्क्स को हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन ने सौपा पत्र

भिलाई नगर 5 फरवरी । नो एंट्री टाइम में भारी वाहनों के टाउनशिप में प्रवेश पर प्रबंधन को जगाने सीटू यूनियन के द्वारा आज पत्र सौपा गया। पत्र के माध्यम से सीटू ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि एक्सीडेंट के बाद प्रबंधन जगाता है। 2 दिन पूर्व हुए रोड एक्सीडेंट में रेत से भरे हाईवा की चपेट में आने से संयंत्र कर्मी घायल हुआ इलाज के दौरान उसका एक पर भी काटना पड़ा।

आपको बता दे की 4 फरवरी को सुबह लगभग 8:30 बजे नंदिनी रोड ओवर ब्रिज में गलत दिशा से रेत से भरे डंपर के अनियंत्रित ढंग से घुस जाने के कारण ड्यूटी जा रहे कोक ओवन विभाग में कार्यरत 55 वर्षीय रामफल पूरना दुर्घटनाग्रस्त हो गए । जिनका इलाज के दौरान पैर काटना पड़ गया । इस मुद्दे को लेकर आज सीटू की टीम मुख्य महाप्रबंधक सेफ्टी के कार्यालय पहुंचकर उन्हें पत्र दिया।कार्यपालक निदेशक वर्क्स एवं डायरेक्टर इंचार्ज भिलाई इस्पात संयंत्र को प्रेषित किया गया। सीटू महासचिव जगन्नाथ त्रिवेदी ने बताया कि कार्यपालक निदेशक को जानकारी भी दी गई कि नो एंट्री टाइम में या दुर्घटना हुई है।

शनिवार को होगी मुख्य महाप्रबंधक सेफ्टी के साथ बैठक

सीटू की टीम आज या कल मुख्य महाप्रबंधक सेफ्टी के साथ सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक करना चाहता था किंतु उनके कार्यालय ने मुख्य महाप्रबंधक सेफ्टी से बातचीत कर सूचना दिया कि वे बहुत व्यस्त चल रहे हैं उनके पास टाइम नहीं है वे शनिवार को बैठक कर सकते हैं इस संदर्भ में सीटू का दो टूक मानना है कि सुरक्षा प्रथम का नारा देने वाली प्रबंधन को सुरक्षा के मुद्दे पर बात करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए सीटू बैठकों के विषय में हमेशा कहता है कि कर्मियों एवं आमजन से जुड़े हुए मुद्दों पर बातचीत करने के लिए कार्यालय समय समाप्त होने के बाद भी सीटू बैठक करने के लिए तैयार रहता है प्रबंधन से भी कई बार इस बात को कह चुका है सीटू को समय देते समय प्रबंधन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए

गंभीर नहीं है रोड सेफ्टी को लेकर

सुरक्षा के मुद्दे पर अनेकों बार पत्र देने के बाद भी सड़क सुरक्षा को लेकर प्रबंधन गंभीर नजर नहीं आता है जिसके परिणाम स्वरूप अब जान पर बन आने वाली घटनाएं संयंत्र के परिसीमन क्षेत्र के अंदर घटने लगी है जिससे प्रबंधन अपना पीछा नहीं छुड़ा सकता । सीटू नेता ने कहा कि 18 नवंबर 2023 को निजी काम के लिए भिलाई के अंदर के मार्गों का इस्तेमाल करते हुए राजहरा जा रहे ट्रक की चपेट में आने से रात्रि पाली जा रहे संयंत्र के स्टोर विभाग में कार्यरत साथी आर कोटेश्वर राव की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई जबकि उस ट्रक को भिलाई के अंदर से नहीं गुजरा चाहिए था यूनियन ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया किंतु प्रबंधन ने खाना पूर्ति करके मामले को रफा दफा कर दिया यदि यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में और गंभीर घटनाएं सामने आ सकती है

दुर्घटना हो जाने के बाद हरकत में आती है प्रबंधन

सुरक्षा प्रबंधन को लेकर सीटू ने कहा कि दुर्घटना होने के बात तो सभी हरकत में आ जाते हैं किंतु दुर्घटनाएं होने की संभावनाओं को भापते हुए उनके कारणों को दुरुस्त करने की दिशा में प्रयास करना ही सुरक्षा प्रबंधन का कार्य है किंतु अक्सर देखते हैं कि सुरक्षा प्रबंधन हो या संयंत्र का कार्मिक अथवा वर्क्स प्रबंधन हो सभी घटना दुर्घटना हो जाने के बाद ही हरकत में आते हैं एवं मामला ठंडा होते ही खुद भी उस मामले को लेकर ठंडे पड़ जाते हैं

बाहरी भारी वाहनों के प्रवेश निषेध का शक्ति से पालन करवाए प्रबंधन

सीटू ने उपरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन से कहा है कि रोड सेफ्टी के मामले में भिलाई इस्पात संयंत्र से किसी भी तरह का संबंध न रखने वाली कोई भी भारी वाहन को भिलाई परिसीमन क्षेत्र में प्रवेश निषेध का शक्ति से पालन करवाने हेतु शासन प्रशासन से चर्चा कर समुचित उपाय किया जाए।