BAKS द्वारा हड़ताल में उठाए गए मुद्दो का कर्मचारियों ने दिया समर्थन, कर्मचारियों के हित में न्यायालय एवं धरातल पर लड़ाई लड़ रहा BAKS

BAKS द्वारा हड़ताल में उठाए गए मुद्दो का कर्मचारियों ने दिया समर्थन, कर्मचारियों के हित में न्यायालय एवं धरातल पर लड़ाई लड़ रहा BAKS


सीजी न्यूज ऑनलाइन 28 अक्टूबर । बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ के हड़ताल आह्वान पर बीएसपी कर्मचारियों ने खुल कर समर्थन किया है ।
बीएकेएस ने संयुक्त यूनियनो से अलग हड़ताल का आह्वान किया था । जिसमे सभी मुद्दे कर्मचारियों के राय से बनाए गए थे । जिस पर भरोसा करते हुए कर्मचारियों ने हड़ताल को ए तथा जी शिफ्ट में सफल बनाया है तथा अगले शिफ्ट में भी सफल बनाएंगे ।
बीएकेएस के सभी पदाधिकारी 15 दिन से धरातल पर जी तोड़ मेहनत किए है । पहले भी 300 से अधिक पत्र लिख चुके है ।

बीएकेएस द्वारा हड़ताल में उठाये गए मुद्दे

15% एमजीबी, 35% पर्क्स
39 माह फिटमेंट तथा 58 माह पर्क्स का फुल एरियर, प्रोडक्शन रिलेटेड पे लागु करवाना, ग्रेज्यूटी सीलिंग पर रोक, पेंशन में अधिकारियों के बराबर अंशदान, एनजेसीएस संविधान का उल्लंघन बंद करना, स्थांतरित साथियों के वापसी का तथा गलत सजा को वापस करना, एनजेसीएस में सिर्फ निर्वाचित यूनियनो के प्रतिनिधि को ही जगह देना, ग्रेडवाईज पदनाम, महारत्ना स्टेटस के अनुसार ग्रेड अपग्रेडेशन, छुट्टियों की संख्या बराबर करना, ट्रेनिज के साथ भेदभाव बंद करना, इंसेंटीव रिवार्ड को संशोधन करना

अमर सिंह , अध्यक्ष , बीएकेएस भिलाई ने कहा है कि एनजेसीएस, प्रबंधन तथा इस्पात मंत्रालय के मिलिभगत से पहले तो अवैध एमओयू किया गया , फिर इस्पात मंत्रालय ने अवैध “नोशनल तथा एक्चुअल इफेक्ट ” शब्द जोड़कर बीएसपी कर्मचारियों को एरियर से वंचित रखा । अब बीएकेएस कोर्ट में केस किया है कि ब्याज के साथ एरियर का भुगतान हो ।

अभिषेक सिंह , महासचिव बीएकेएस भिलाई ने कहा है कि बीएकेएस भिलाई की एक मात्र यूनियन है जो कोर्ट, पेपर तथा जमीन तीनो जगह एक साथ प्रबंधन और इस्पात मंत्रालय से लड़ रही है ।

नवीन मिश्रा , कोषाध्यक्ष , बीएकेएस भिलाई ने कहा है कि प्रबंधन की तानाशाही नही चलेगी। अंग्रेज भी भारत पर राज करने के लिए हजारो कठोर कानून बनाए थे, लेकिन भारतीयो के विरोध के आगे उनकी एक नही चली । उन्हे भारत को आजादी देनी पड़ी । वैसे ही बाँटो और राज करो की नीति को बीएसपी कर्मचारी समझ चुके है ।