ED ने कफ सिरप से जुड़े मादक पदार्थ मामले में कई राज्यों में की छापेमारी, 2 आरोपी गिरफ्तार

ED ने कफ सिरप से जुड़े मादक पदार्थ मामले में कई राज्यों में की छापेमारी, 2 आरोपी गिरफ्तार


सीजी न्यूज ऑनलाइन 17 फरवरी । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि उत्तरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हाल ही में की गई छापेमारी के दौरान उसने उन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो ‘स्वापक नियंत्रण ब्यूरो’ (एनसीबी) द्वारा दर्ज किए गए मादक पदार्थ के एक मामले में वांछित थे। छापेमारी के दौरान दो करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण भी बरामद किए गए हैं।

ईडी ने “कोडीन-आधारित कफ सिरप (सीबीसीएस) की बिक्री और इससे अवैध तौर पर अर्जित आय में कथित तौर पर संलिप्त रईस अहमद भट और अन्य से संबंधित मामले में जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में 13 फरवरी को छापेमारी की थी।

एनसीबी द्वारा ‘सीबीसीएस’ की तस्करी के एक मामले में दर्ज की गई शिकायत के बाद ईडी इस मामले में धनशोधन की जांच कर रही है।

नशीली दवाओं के आदि ‘सीबीसीएस’ का व्यापक रूप से इस्तेमाल करते हैं।

खांसी की दवाई का ब्रांड कोकरेक्स हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में इसके निर्माता विदित हेल्थकेयर से “अनधिकृत रूप से” खरीदा गया था और इसका प्रबंध साझेदार हरियाणा के पानीपत निवासी नीरज भाटिया है।

ईडी ने बयान में आरोप लगाया, “सिरप को उचित स्थान पर नहीं भेजा गया और फरीदाबाद स्थित एस. एस. इंडस्ट्रीज (मालिक सुमेश सरीन) और ‘एन.के. फार्मास्यूटिकल्स’, ‘कंसल फार्मास्यूटिकल्स’, ‘कंसल इंडस्ट्रीज’ और अन्य के माध्यम से इसे बेच दिया गया। दिल्ली के रहने वाले निकेत कंसल और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा इसे ‘नियंत्रित’ किया जाता था और इसमें उनका साथी गर्व भांभारी (फरीदाबाद में रहते हैं) भी शामिल है।”

एजेंसी ने दावा किया कि जांच में पाया गया कि 2018-24 के बीच ‘कंसल इंडस्ट्रीज’, ‘कंसल फार्मास्युटिकल्स’, ‘एन. के. फार्मास्युटिकल्स’, ‘नोवेटा फार्मा’ और ‘एस एस इंडस्ट्री विदित हेल्थकेयर’ से कफ सिरप खरीद रही थीं और उन्हें “अनधिकृत” तरीके से वितरित कर रही थीं।
इसने कहा, “दवा नियंत्रण के अधिकारियों ने ऐसी कई संस्थाओं के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। एन के फार्मास्यूटिकल्स और अन्य ऐसी संस्थाओं ने 2019-25 के बीच विदित हेल्थकेयर को 20 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान करके ‘सीबीसीएस’ की लगभग 55 लाख बोतलें खरीदीं।”

ईडी ने कहा, “ऐसा संदेह है कि इन्हें खुले बाजार में बेचा गया, जिससे अवैध रूप से आय अर्जित हुई।”

ईडी द्वारा उनके विरुद्ध लगाए गए इन आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए आरोपियों और कंपनियों से तत्काल संपर्क नहीं किया जा सका।

एजेंसी ने कहा कि तलाशी के दौरान 40.62 लाख रुपये की नकदी, 1.61 करोड़ रुपये के आभूषण और दस्तावेज तथा डिजिटल ‘साक्ष्य’ जब्त किए गए हैं।

इसमें कहा गया कि एनसीबी ने मामले में फरार दो आरोपी गर्व भांभरी और ममता कंसल (निकेत कंसल की मां) का भी पता लगा लिया गया है और स्वापक निरोधक एजेंसी को सूचना दे दी गई है। (भाषा)