पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व चैतन्य बघेल सहित 14 ठिकानों पर शराब घोटाले को ले ED Raid

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व चैतन्य बघेल सहित 14 ठिकानों पर शराब घोटाले को ले ED Raid


🛑 जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मुकेश लोकसभा प्रत्याशी राजेंद्र साहू के घर भी पहुंची ED

भिलाई नगर 10 मार्च । जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के स्टील कॉलोनी भिलाई स्थित निवास, दुर्ग लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू के दुर्ग निवास एवं तालपुरी इंटरनेशनल कॉलोनी के रोज ब्लॉक में मनोज मित्तल के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है। ईडी द्वारा जारी प्रेस नोट में उल्लेखित किया कि पूरी कार्रवाई शराब घोटाले के संबंध में की जा रही है।
ईडी की टीम जिला कांग्रेस कमेटी भिलाई के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के स्टील कॉलोनी भिलाई स्थित घर पर ईडी टीम तीन गाड़ियों में पहुंची। ईडी की टीम पहुंचते ही मुकेश चंद्राकर के समर्थन एवं कांग्रेस कार्यकर्ता भी पहुंच गए। इसी प्रकार से ईडी की टीम दुर्ग लोकसभा प्रत्याशी राजेंद्र साहू के दुर्ग निवास पर भी जांच के लिए पहुंची है। तलपुरी इंटरनेशनल कॉलोनी भिलाई में रोज ब्लॉक में मनोज मित्तल के घर पर भी ईडी की टीम जांच कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अधिकृत विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के संबंध में 10 मार्च 2025 को दुर्ग जिले में 14 स्थानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत तलाशी अभियान चलाया। यह कार्रवाई राज्य में 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के तहत की गई है, जिसमें पहले भी कई महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां और छापेमारी हो चुकी हैं।

ईडी की हालिया कार्रवाई इस व्यापक घोटाले की जांच में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाने और अवैध धन शोधन से संबंधित है।
तलाशी अभियान चलाया, जो शराब घोटाले से संबंधित थे। इनमें से कुछ परिसर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जुड़े बताए जा रहे हैं, जिनमें उनके बेटे चैतन्य बघेल का निवास और चैतन्य के करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल का आवास शामिल हैं।

इससे पहले, जनवरी 2025 में, ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था, जिन पर आरोप है कि वे शराब सिंडिकेट के अहम सदस्य थे और उन्हें हर महीने 2 करोड़ रुपये की अवैध आय प्राप्त होती थी। लखमा के बेटे हरीश लखमा को भी आरोपी बनाया गया है।
इसके अलावा, फरवरी 2025 में, विशेष पीएमएलए कोर्ट ने शराब घोटाले से संबंधित 8 कंपनियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिन पर अवैध धन को वैध बनाने का आरोप है।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच हुए लगभग 2,161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के दौरान पाया है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे, चैतन्य बघेल, इस घोटाले से उत्पन्न अवैध आय के प्राप्तकर्ताओं में शामिल हैं। ईडी के अनुसार, इस अवधि में राज्य के सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया गया, और शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों ने अपराध से अर्जित आय का बड़ा हिस्सा प्राप्त किया।

इससे पहले, जनवरी 2025 में, ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को इसी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, जिन पर आरोप है कि वे इस अवैध सिंडिकेट के मुख्य लाभार्थियों में से एक थे और उन्हें मासिक आधार पर नकद में बड़ी रकम प्राप्त होती थी।

ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि इस घोटाले में राज्य के वरिष्ठ नौकरशाह, राजनेता, उनके सहयोगी और आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने मिलकर इस अवैध गतिविधि को अंजाम दिया।
हालांकि, वर्तमान तलाशी अभियान के दौरान ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्तियों और दस्तावेजों के बारे में विस्तृत जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है। जांच जारी है।