कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप लंदन में दुर्ग की बेटी वेदिका ने जीता कांस्य पदक, अंतररष्ट्रीय उपलब्धि पर शहर हुआ गौरवान्वित

कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप लंदन में दुर्ग की बेटी वेदिका ने जीता कांस्य पदक, अंतररष्ट्रीय उपलब्धि पर शहर हुआ गौरवान्वित


कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप लंदन में दुर्ग की बेटी वेदिका ने जीता कांस्य पदक, अंतररष्ट्रीय उपलब्धि पर शहर हुआ गौरवान्वित

दुर्ग 13 अगस्त कॉमनवेल्थ सीनीयर फेंसिंग चैंपियनशीप लंदन में गर्ल्स केटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दुर्ग शहर की बेटी वेदिका खुशी रावना ने कांस्य पदक जीता । भारत ने अपना पहला मैच नादर्न आयरलैण्ड से 45-10 से जीत दर्ज कर प्रतियोगिता के सेमीफाईनल में प्रवेश किया। सेमीफाईनल मैच में भारत का मुकाबला इंग्लैंड से था। संघर्ष पूर्ण सेमीफाईनल मैच में 42-45 से भारत को इस मैच में पराजय का सामना करना पड़ा, परन्तु वेदिका खुशी रावना के प्रतिनिधित्व में खेले गए इस फेंसिंग चैंपियनशीप में कांस्य पदक मिलने से देश के साथ ही साथ छत्तीसगढ़ का नाम रौशन हुआ है।

वेदिका खुशी रावना केरला स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया में प्रैक्टिस करती हैं, उनकी छोटी बहन पुंजिका गुनी रावना भी केरला स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया में फेंसिंग में वेदिका के साथ प्रैक्टिस करती हैं। वह भी राष्ट्रीय स्तर की फेंसिंग खिलाड़ी है। वेदिका एवं पुंजिका का शुरू से ही फेंसिंग प्रतियोगिता में रूचि रही व इनकी रूचि को देखते हुए उनके पिता ने अपनी बेटियों को इस खेल के प्रति भरपूर सहयोग प्रदान किया। वे पढ़ाई में भी अग्रणी हैं। इनके पिता जी.एस. रावना शासकीय पालिटेक्निक दुर्ग में प्रभारी स्पोर्ट्स टीचर के रूप में कार्यरत हैं एवं माता कृतिका रावना एक निजी विद्यालय में लाईब्रेरियन हैं।इस उपलब्धि पर फेंसिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव राजीव मेहता, फेंसिंग एसोशिएसन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष व छत्तीसगढ़ प्रदेश फेंसिंग एसोसिएशन के महासचिव बशीर अहमद, अध्यक्ष एस भारतीदासन, दुर्ग जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष ईश्वर राजपूत, शतरंज संघ के तुलसी सोनी, दिनेश जैन, छत्तीसगढ़ मंच तथा शासकीय पालिटेक्निक दुर्ग के प्राचार्य प्रकाश पाण्डे तथा वेदिका खुशी रावना के प्रारंभिक कोच निखिल जाम्बुलकर, जानसन सालोमन व केरल में वर्तमान कोच सागर लागू के साथ ही खेल से जुड़े विभिन्न संगठनों व खेल प्रेमियों ने बधाई देते हुए देश के साथ ही छत्तीसगढ़ के लिए गौरव बताया ।