भिलाई नगर 19 सितंबर । नशे के खिलाफ दुर्ग पुलिस की बडी कार्यवाही के कारण अब नशे के कारोबारी के द्वारा दूसरा विकल्प भी अपना लिया गया है। सुख नशा छोड़कर अब ड्रग स्मगलर के द्वारा अवैध प्रतिबंधित दवाइयां का इस्तेमाल किया जा रहा है।
दुर्ग पुलिस के द्वारा ‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध‘‘ नशा मुक्ति अभियान के तहत की गई कार्यवाही । अवैध प्रतिबंधित कोडिन युक्त सीरप कोड्रिल टी और प्लानोकफ बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिलाई शहर सुखनंदन राठौर ने बताया कि जिला दुर्ग में नशा के खिलाफ चलाये जा रहे एक युद्ध नशे के विरूद्ध में दुर्ग पुलिस द्वारा सभी थाना क्षेत्र स्कुल, कॉलेज, बाजार रेल्वे स्टेशन व ऐसे स्थान जहां पर आम जनता के बीच नशेडियों द्वारा नशा कि जाने वाली सामग्री का इस्तेमाल करते हुये अवैध तरिके से नशा करना एवं नाबालिक बच्चों को नशे के क्षेत्र में इस्तमाल करना जैसी सूचनायें समय समय पर मिलते रहती है। जिसे गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री जितेन्द्र शुक्ला द्वारा एक बडा अभियान के माध्यम से दुर्ग जिले के समस्त अधिकारियों द्वारा नशा सामग्री खरीद फरोख्त करने वालो के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। थाना नेवई क्षेत्र में मुखबीर से सूचना मिली कि न्यु कृतिका मेडिकल स्टोर्स का संचालक अनिल सिंह द्वारा अवैध रूप से प्रतिबंधित मादक औषधि सीरप कि बिक्री कर रहा है एवं घर दुकान में छुपाकर रखा है। प्राप्त मुखबीर की सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर रेड कार्यवाही किया गया, मुखबीर के बताये स्थान पर पहुंचकर आरोपी अनिल सिंह के घर एवं दुकान में पता तलाश किया गया जो मादक औषधि सीरप मिला। अनिल सिंह पिता स्व. चंद्रिका प्रसाद सिंह उम्र 44 वर्ष पता आजाद मार्केट रिसाली थाना नेवई के कमरे के एक स्टील ड्रम के अंदर एक गुलाबी रंग के प्लास्टिक झिल्ली में रखा 12 नग प्रतिबंधित सीरप मिला 09 नग अवैध प्रतिबंधित कोडिन युक्त सीरप कोड्रिल टी और 03 नग प्लानोकफ मिला प्रत्येक में 100एमएल सीरप सील बंद था। कुल मात्रा 1200 एमएल तथा जुमला कीमती 1860 रूपये को मुताबिक जप्ती पत्रक जप्त किया गया । आरोपी का कृत्य धारा 8, 21(सी) एनडीपीएस एक्ट का पाये जाने से विधिवत गिरफ्तार कर किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी नेवई आनंद शुक्ला, उनि खगेन्द्र पठारे, सउनि रामचंद्र कंवर, प्रआर सूरज पाण्डेय, आरक्षक रवि बिसाई, संतोष कोमा, लक्ष्मीनारायण, हेमषंकर साहू, छत्रपाल वर्मा, चितरंजन देवांगन, महिला आर. बिन्दु भाले, पूजा सोनकर का सराहनीय योगदान रहा।