भिलाई नगर 20 अक्टूबर। छावनी पुलिस द्वारा धोखाधडी के आरोपी डाँ. मनमोहन खण्डुजा को छावनी पुलिस के द्वारा कोलकाता पश्चिम बंगाल से कल गिरफ्तार किया गया। आज दुर्ग न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरीश पाटिल ने बताया कि धोखाधडी प्रकरण के आरोपी पता तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के द्वारा धोखाधडी के प्रकरण के आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।थाना प्रभारी छावनी उप निरीक्षक चेतन सिंह चन्द्राकर के द्वारा टीम गठित किया गया जिसमे उपनिरीक्षक वरूण देवता, महिला प्रधान आरक्षक हेमलता मरकाम, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह 17 अक्टूबर 2024 को थाना छावनी के अपराध क्रमांक 119/2022 धारा 420, 406, 34 भा.द.वि. के अपराध धोखाधडी के आरोपी पतासाजी हेतु थाना छावनी से स्टाफ़ कलकत्ता पश्चिम बंगाल गया था। छावनी पुलिस के द्वारा उपनिरीक्षक वरूण देवता के नेतृत्व मे थाना भवानीपुर पश्चिम बंगाल से सम्पर्क किया गया। थाना भवानीपुर से सहयोग प्राप्त कर अथक प्रयास कर लगातार 03 दिन तक प्रयास करने के बाद 19 अक्टूबर 2024 को लैब मे पुलिस टीम ईलाज कराने के नाम पर डाँ मनमोहन खण्डुजा पिता धर्मपाल खण्डुजा उम्र 67 वर्ष के लैब मे जाकर डाँ मनमोहन खण्डुजा से सम्पर्क किया । जिनसे पूछताछ करने पर वह टालमटोल करने लगा । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा सोनल रूंगटा पिता संतोष रूंगटा उम्र 42 साल निवासी गंजपारा दुर्ग के साथ 50000 वर्गफीट कुल रकबा 3.50 एकड जो जुनवानी रोड स्मृति नगर भिलाई मे स्थित है उक्त अपोलो हास्पिटल जुनवानी का सौदा 960000000/- रूपये छियानवे करोड मे तय किया गया था । प्रार्थी सोनल रूंगटा से 19 करोड 14 लाख रूपये बयाना लिया गया था । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा उक्त जमीन को विपीन कुमार अग्रवाल को बेच दिया गया । डाँ मनमोहन खण्डुजा के द्वारा प्रार्थी सोनल रूंगटा से 19 करोड 14 लाख रूपये का धोखाधडी करने का अपराध सबूत पाये जाने आरोपी डाँ. खण्डुजा को गिरफ्तार किया गया है । जिसे न्यायालय दुर्ग मे न्यायिक रिमाण्ड हेतु पेश किया गया है। जिसमे उपनिरीक्षक वरूण देवता, महिला प्रधान आरक्षक हेमलता मरकाम, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह की सराहनीय भूमिका रही है ।
19 करोड रुपए धोखाधड़ी के आरोपी डॉक्टर खंडूजा को पकड़ने तीन दिनों तक कोलकाता में कैंप किया दुर्ग पुलिस ने, अर्रेस्टिग के लिए लैब पहुंची पुलिस को गुमराह करता रहा डॉक्टर खंडूजा