आभूषण कारीगर बनकर खरा सोना चोरी करने वाले अंर्तराज्जीय गैंग के पांच सदस्यों को दुर्ग पुलिस ने मुंबई से किया गिरफ्तार, आधा किलो सोना, 15 मोबाइल 18 फर्जी आधार कार्ड सहित 25 बैंक खाते किए गए फिज

आभूषण कारीगर बनकर खरा सोना चोरी करने वाले अंर्तराज्जीय गैंग के पांच सदस्यों को दुर्ग पुलिस ने मुंबई से किया गिरफ्तार, आधा किलो सोना, 15 मोबाइल 18 फर्जी आधार कार्ड सहित 25 बैंक खाते किए गए फिज


दुर्ग 13 अगस्त । सुनियोजित योजना व विश्वासघात कर सोना चोरी करने वाला वेस्ट बंगाल का अंर्तराज्जीय गैंग के पांच आरोपियों को दुर्ग पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के निर्देशन में गठित विशेष टीम व सायबर सेल ने की कार्यवाही। यह गैंग छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले सहित भारत के अन्य शहरों में मुम्बई, राजस्थान, बैंगलोर में करीबन 3 किलो सोना चोरी कर चुका है। पुरे गिरोह का का मास्टर माईड शुकुर अली कान्ट्रेक्ट कर अन्य सदस्यो को जानकारी भेज कर कराता था। अपने दोस्त से गिरोह के सदस्यो के लिए फर्जी आई-डी भी घटना को अंजाम देने के लिए बनवाया था।

गैंग का मुख्य सरगना 5 साल से शुकुर अली अपने गिरोह के साथ देश के अलग-अलग राज्यो में चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है। आरोपियों से करीबन 500 ग्राम (आधा किलो) सोना, फर्जी आई-डी, करीबन 25 बैक खाता फिज किए गए हैं। दुर्ग की घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी अजहर उर्फ जिन्नत उर्फ टाइगर उर्फ बाघ बच्चा को मुम्बई के अंधेरी इलाके में घटना करने के के पूर्व ही गिरफ्तार कर लिया गया आरोपी के द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए पूर्व में लिए रेकी कर चुके थे । मुम्बई पुलिस एवं गुजरात पुलिस के सहयोग से आरोपियो को पकड़ने में सफलता मिली ।घटना कारित करने के तुरंत बाद पुनः चोरी करने के लिए योजना तैयार करते थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शुकुर अली से दुर्ग घटना स्थल का नक्शा किया गया बरामद किया गया है। आरोपी बैंगलोर, राजस्थान और मुम्बई में मैं भी पकड़ा जा चुका है ।

पकड़े गए आरोपियों में शेख अकरम कासेम पिता अब्दुल कासेम उम्र 30 साल निवासी ग्राम उदना पोस्ट बलीपुर थाना खानाकुल जिला हुगली (पश्चिम बंगाल) . शुकुर अली शेख पिता रहमत अली से 37 वर्ष निवासी ग्राम रुस्तमपुर पोस्ट बहना पारा थाना कालना जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल),जिन्नोट शेख उर्फ अजहर शेख उर्फ गोबेट उर्फ शफिजुल उर्फ बाघ पिता मालेक शेख उर्फ अनसर शेख उम्र 26 वर्ष निवासी कुसुमग्राम लैबुतला मंतेशर जिला बर्धमान (पश्चिम बंगाल), साहिल पोरे ऊर्फ रिजु पिता कार्तिक पोरे उम्र 24 वर्ष- निवासी ग्राम कटान थाना घटल जिला पश्चिम मेदनीपुर एवं समत खान ऊर्फ अभिजीत मंडल पिता हरुल खान उग्र 23 वर्ष निवासी ग्राम इरना बुजरु थाना मंतसर पोस्ट जमना जिला वर्धमान शामिल है। जप्त मशरूका  करीबन 411 ग्राम सोने की सिल्ली, सोने के आभूषण करीबन 50 ग्राम, 15 नग मोबाईल, करीबन 18 फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड,अलग-अलग बैकों के एटीएम कार्ड एवं पासबुकनकुल मशरूका – 25 लाख रूपये का जप्त किया गया है।

पुलिस अधीक्षक दुर्ग प्रशांत अग्रवाल ने आज पत्र वार्ता में बताया कि प्रार्थी संदीप सन्यासी मंडल पिता सन्यासी मंडल उम्र 39 साल निवासी परसाद चौक पोस्ट खसबल जिला पश्चिम, मिदनापुर थाना घाटल पश्चिम मेदिनापुर पश्चिम बंगाल वर्तमान निवास ब्राम्हण पारा रामकृष्ण सामंत ज्वेलर्स का दुकान द्वारा थाना दुर्ग जिला दुर्ग में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज करायी कि रामकृष्ण सामंत ज्वेलर्स में सोने की ज्वेलरी बनाने का काम कारीगरों द्वारा किया जाता है।

25 जून 2021  को पश्चिम बंगाल से अजहर शेख नाम का व्यक्ति कारीगर के रूप में काम करने आया तथा 30 जून को ज्वेलर्स में कार्यरत अन्य कारीगरों के लॉकर को तोड़कर 800 ग्राम सोना चोरी कर ले गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपी का कृत्य प्रथम दृष्टिया धारा 381 भादवि का अपराध पाये जाने से आरोपी के विरूद्ध थाना दुर्ग में अपराध क्र.- 553/2021, धारा 381 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपियों द्वारा किये गये अपराध के तरीके से किसी वर्कर द्वारा चोरी किया जाना पाया गया। घटना कारित करने वाला तथाकथित अजहर नाम का व्यक्ति 02 दिन पूर्व सोने के आभूषण बनाने वाले कारीगर के रूप में नौकरी करने आया था जाकि 29-30 की दरम्यिानी रात सभी कारीगरों के लॉकर तोड़कर करीबन 500 ग्राम सोना चोरी कर फरार हो गया । आरोपी के द्वारा उपलब्ध कराये गये दस्तावेज (मोबाईल नम्बर, आधार कार्ड) के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई जो की पूर्णतः फर्जी पाया गया। 02 दिन के अन्दर वेस्ट बंगाल से आकर फर्जी दस्तावेज देकर सुनियोजित तरीके से चोरी कर भाग जाने की घटना में किसी अतराज्यीय गैंग के शामिल होने की संभावना पर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा घटना का विवरण प्राप्त कर आरोपियों के पतासाजी एवं गिर0 हेतु अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय कुमार घुव एवं नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग विवेक शुक्ला के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।

मामले की अग्रिम जॉच हेतु मामला सायबर सेल को भेजा गया।जॉच के लिए गठित टीम द्वारा घटना स्थल के आस पास सीसीटीवी कैमरों का फुटेज संकलित किया गया । घटना के तत्काल बाद सभी आवागमन जैसे ट्रेन, बस की जानकारी प्राप्त की गई। आरोपी के संबंध में पश्चिम बंगाल टीम रवाना कर आरोपी अजहर के दिये गये पते की जानकारी प्राप्त की गई जो कि पूर्णतः फर्जी पाया गया। तरीका वारदात के संबंध में अर्न्तराज्यीय गिरोह की जानकारी अलग-अलग राज्यों से संकलित की गई साथ ही साथ तकनीकी विश्लेषण सायबर टीम द्वारा की जा रही थी। विवेचना के दौरान इसी तरीका वारदात से मुंबई में भी आरोपियों के द्वारा घटना करने के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुये जिसके आधार पर आरोपियों की पतासाजी हेतु 02 अलग-अलग टीम मुंबई महाराष्ट्र एवं गुजरात के लिए रवाना की गई। मुंबई एवं गुजरात पुलिस की मदद् से टीम द्वारा दबिश देकर तथाकथित अजहर को हिरासत में लिया गया, जिसके साथ एक अन्य व्यक्ति शुकुर अली को भी हिरासत में लिया गया दोनों से पूछताछ पर दुर्ग मे चोरी की घटना करना स्वीकार किया ।

पूछताछ पर आरोपी शुकुर अली द्वारा पिछले 10 वर्षों से विश्वासघात कर मुंबई, राजस्थान, इसी तरीका वारदात से सुनियोजित तरीके से चोरी करना एवं सोना राजकोट के केसोड़ में बेचना बताया। इसी दौरान पुलिस के द्वारा पकड़े जाने पर अपनी योजना बदलते हुये किसी अन्य व्यक्ति से अपराध कराना शुरू किया इसी दौरान अपने गैंग में कुसुम ग्राम पश्चिम बंगाल निवासी अजहर उर्फ जिन्नोट उर्फ गोबेट उर्फ शफिजुल, इस्ना बुजरु पश्चिम बंगाल निवासी समत खान, ग्राम कटान पश्चिम बंगाल निवासी साहिल पोरे ऊर्फ रिजु पिता कार्तिक पोरे को शामिल कर चोरी की घटना को अंजाम देने लगा तथा चुराई हुई सम्पति सोना अकरम खान निवासी केसोड़ जुनागढ़ गुजरात को बेचकर रकम को बटवारा करने लगा । शुकुर अली ने बताया की सभी सदस्यों की फर्जी आईडी बनाकर वारदात के लिए कारीगरों की आवश्यकता वाले स्थानों पर भेजता था तथा आईडी में उल्लेखित स्थान का नक्शा बनाकर उस स्थान की पूरी जानकारी देता था जिससे आरोपियों पर कोई शक ना करे। घटना को अंजाम देने के बाद चोरी करने वाले आरोपियों को साथ लेकर केसोड राजकोट में सोने की बिक्री कर देता था। सभी को स्वयं के द्वारा निर्धारित हिस्सेदारी देकर पुनः नये काम की तलाश में लग जाता था। चोरी के दौरान ट्रेन टिकिट, होटल, खाने पीने का खर्च शुकुर अली के द्वारा वहन किया जाता था। शुकुर अली द्वारा जोधपुर राजस्थान, अंधेरी वेस्ट मुंबई, पाली राजस्थान, नांदेड राजस्थान, झावेरी बाजार मुंबई, बैंगलुरू तथा छत्तीसगढ के दुर्ग जिलें में अपने साथीदरान समत, अजहर उर्फ जिन्नोट, साहिल पोरे, अकरम खान के साथ सुनियोजित योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है। थाना कोतवाली दुर्ग के अपराध में शामिल अजहर उर्फ जिन्नोट एवं मास्टर मांईड शुकुर अली के निशादेही पर अकरम खान से करीबन 470 ग्राम सोना जप्त किया गया है। पूर्व में आरोपी बैंगलुरू, मुंबई में गिरफ्तार हो चुके है। आरोपियों के संबंध में अन्य राज्यों से संपर्क कर जानकारी प्राप्त की जा रही है। आरोपियो द्वारा कारित घटना क्रम :वर्ष 2020 में भुनेश्वर जलधानी मंदिर 1200 ग्राम

वर्ष 2018 में अंधेरी (मुम्बई)220 ग्राम वर्ष 2019 में पाली (राजस्थान)- 95 ग्राम वर्ष 2020 में नांदेड (राजस्थान)- 319 ग्राम वर्ष 2020 में मुम्बई भाजीगली, जौहरी बाजार – 612 ग्राम वर्ष 2019 में मुम्बई मस्जिद मंदर – 270 ग्रामवर्ष 2021 में बैगलुरू450 ग्राम 30 जून 2021 दुर्ग (छ0ग0) 500 ग्राम।

टीम :सायबर टीम :- निरीक्षक राजेश बागडे (थाना प्रभारी दुर्ग), निरीक्षक गौरव तिवारी (प्रभारी सायबर सेल), प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक विक्रांत यदु, निखिल कुमार साहू, विजय शुक्ला, जावेद हुसैन खान, दिनेश विश्वकर्मा, अभय नारायण राय, सुरेश चौबे, रवि बिसाई. उपेन्द्र यादव, महिला आरक्षक आरती सिंह मुम्बई/गुजरात टीम :- उप निरीक्षक मुकेश सोरी, सउनि शमित मिश्रा, प्र. आर. संतोष मिश्रा, राजेन्द्र तिवारी, आरक्षक सुरज पाण्डेय, अनुप शर्मा, खुर्रम बक्श, शौकत हायात खान, मुम्बई एवं गुजरात पुलिस पी एस आई श्रीराम घोटके, उमेश भागवत, पी आई रघुनाथ जडेजा,पी एस आई दिग्विजय सिंह राठौर क्राई ब्रांच (सुरत),