सीजी न्यूज ऑनलाइन 31 जुलाई ।बहन से प्रेम-प्रसंग की शंका पर नाबालिग भाई ने अपने दोस्त की कैंची मारकर हत्या कर दी। घटना रात लगभग 12 बजे के आसपास की है। डोंगरगढ़ भगत सिंह चौक निवासी नाबालिग आरोपित के साथ मृतक राजनांदगांव के मोहारा गौरा चौक निवासी 22 वर्षीय राजू निषाद की दोस्ती थी। योजना बनाकर आरोपी ने अपने दोस्त राजू निषाद को शराब पिलाने के बहाने अपने घर बुलाया। मृतक राजू अपने साथी भवानी ध्रुव को लेकर डोंगरगढ़ पहुंचा। घर पहुंचते ही नाबालिग ने अपने पास रखी कैंची से राजू निषाद के पेट और गले में ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले के बाद राजू मौके पर ही गिर गया। वहीं उसके साथ गए भवानी ध्रुव को भी नाबालिग आरोपी ने मारने के लिए कैची लेकर दौड़ाया। लेकिन वह बचकर भाग निकला। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि भगत सिंह चौक में चाकूबाजी हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो राजू खून से लथपथ पड़ा हुआ मिला। जिसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
आरोपी ने मृतक को जब अपने घर बुलाया तो उसके घर पर कोई नहीं था। आरोपी के स्वजन जन्मदिन पार्टी में बाहर गए हुए थे। रात में लौटे तो घर के सामने पुलिस व लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद नाबालिग आरोपी मौके से भाग निकला। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने कई जगहों पर दबिश दी। कुछ घंटे बाद नाबालिग आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपित ने बहन से प्रेम-प्रसंग होने के शक में वारकर हत्या करना स्वीकार किया।
मृतक और नाबालिग आरोपी के बीच गहरी दोस्त थे। कुछ दिन से आरोपी अपने दोस्त राजू पर बहन से फोन पर बातचीत करने और प्रेम-प्रसंग होने शंका थी। आरोपी ने पूरी योजना के साथ मृतक को अपने घर शराब पीने बुलाया और मौत के घाट उतार दिया। इधर, राजू की हत्या होने के बाद उसके दोस्त भवानी ध्रुव सदमे में हैं। पीएम के बाद दोपहर शव को स्वजन को सौंप दिया गया।
0 नाबालिग आरोपी का पहले से है अपराधिक रिकार्ड
आशीष कुंजाम, एसडीओपी, डोंगरगढ़ ने बताया कि विधि से संघर्षरत बालक का अपराधिक रिकार्ड तलाशने पर उसके विरूद्ध इसके पूर्व भी थाना डोंगरगढ़ में तीन प्रकरण दर्ज मिले। मारपीट, गंभीर चोंट, लूट एवं आर्म्स एक्ट जैसे प्रकरण पंजीबद्ध होना पाया गया है। विवेचना के दौरान घटना स्थल से घटना मे प्रयुक्त कैंची एवं अन्य साक्ष्य बरामद कर विधि से संघर्षरत बालक के खिलाफ कार्रवाई करत हुए संरक्षणात्मक अभिरक्षा में भेजने के लिए न्यायालय में पेश किया गया।